हिंदू संगठनों के विरोधों के बीच उत्तराखंड में फिल्म "केदारनाथ" की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को बताया कि राज्य सरकार ने जिलाधिकारियों को शांति-व्यवस्था बरकरार रखने का निर्देश दिया है और पूरे राज्य में फिल्म केदारनाथ के प्रदर्शन पर बैन लगा दिया है। इससे पहले राज्य के सात जिलों में फिल्म पर बैन लगाई गई थी।
फिल्म राज्य में हर जगह बैन
बता दें कि मूवी को पहले उत्तराखंड के सीएम और सरकार की तरफ से पास कर दिया गया था। लेकिन स्थानीय पार्टियों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। बुधवार को उत्तराखंड सरकार ने भाजपा नेता सतपाल सिंह महाराज की अध्यक्षता में 4 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सतपाल महाराज ने कहा, ''हमारी कमेटी ने मुख्यमंत्री को सिफारिश भेज दी है। फैसला किया गया कि कानून व्यवस्था की समीक्षा की जानी चाहिए। हमने जिला मजिस्ट्रेट से शांति बनाए रखने को कहा है। सभी ने फैसला किया है कि केदारनाथ फिल्म को बैन किया जाना चाहिए। फिल्म राज्य में हर जगह बैन हो गई है।''
पहले इन सात जिलों में लगा था प्रतिबंध
एडीजी (कानून और व्यवस्था) अशोक कुमार ने शुक्रवार को पीटीआई को बताया कि उनके इलाकों में मौजूदा स्थिति को देखते हुए संबंधित जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा यह निर्णय लिया गया है। एडीजी ने कहा कि जिन जिलों में फिल्म पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, उधम सिंह नगर, पौड़ी, टिहरी और अल्मोड़ा शामिल हैं।
नैनीताल और उधम सिंह नगर के जिला मजिस्ट्रेट ने गुरुवार को ही फिल्म की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया था।
क्या था आरोप
2013 के जलप्रलय की पृष्ठभूमि के पर बनी यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई। सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान ने इसमें मुख्य किरदार निभाया है।
फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले लोगों ने फिल्म पर हिंदू भावनाओं को चोट पहुंचाने और लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
हाल ही में भाजपा ने भी फिल्म को बैन करने की मांग की थी। भाजपा ने मूवी के टैगलाइन और टाइटल पर भी आपत्ति जताई है।