सिख संगठनों का तर्क है कि फिल्म में राम रहीम ने अपने को भगवान का दर्जा दिया है, जो कि गलत है। इससे पहले भी सिख संगठनों और डेरा सच्चा सौदा के बीच मतभेद खुलकर सामने आते रहे हैं। जिसके चलते सिखों और सच्चा सौदा शिष्यों में तलवारें भी खिंच चुकी हैं।
हरियाणा और चंडीगढ़ के सिनेमाहॉल में कड़ी सुरक्षा के बीच फिल्म प्रदर्शित की गई जबकि पंजाब सरकार ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए इसे मंजूरी देने से मना कर दिया है। खबर लिखे जाने तक किसी राज्य से किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। एमएसजी को देशभर में तीन हजार से भी ज्यादा स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया है। हरियाणा और चंडीगढ़ के मल्टीपलेक्सोंं में बड़ी तादाद में पुलिस दल तैनात कर दिया गया है। दर्शकों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
इस पंथ से जुड़े शिष्य बड़ी संख्या में इस फिल्म को देखने के लिए कतार में इंतजार करते देखे गए। अधिकारियों ने यहां कहा कि फिल्म को कुल चार जगहों- एलांटे मॉल, सेंटा मॉल, पिकाडिली स्क्वायर और फन रिपब्लिक में प्रदर्शित किया गया। हालांकि हरियाणा के कुछ हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि इंडियन नेशनल लोकदल के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के प्रदर्शन के खिलाफ कुरूक्षेत्र, करनाल और गुड़गांव में विरोध प्रदर्शन किया। वैसे स्थिति नियंत्रण में है। सिरसा और करनाल के कुछ सिनेमाघरों में कुछ थियेटर मालिकों ने फिल्म के प्रदर्शन में देरी की। चरमपंथी सिख समूहों की ओर से विरोध प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए पुलिस ने हरियाणा और चंडीगढ़ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।