Advertisement

अब मणिकर्णिका पर विरोध, इस बार ब्राह्मण समुदाय हुआ नाराज

दुष्यंत ने कभी कहा था, ‘मेरे सीन में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग लेकिन आग जलना चाहिए।’...
अब मणिकर्णिका पर विरोध, इस बार ब्राह्मण समुदाय हुआ नाराज

दुष्यंत ने कभी कहा था, ‘मेरे सीन में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग लेकिन आग जलना चाहिए।’ विरोध करने वालों ने लगता है, इन पंक्तियों का अर्थ दूसरा ही निकाल लिया है। 'पद्मावत' का विरोध धीमा हुआ भी नहीं कि झांसी की रानी पर बन रही फिल्म मणिकर्णिका पर विवाद के बादल छा गए हैं। हालांकि अभी दीपिका पादुकोण की तरह कंगना रणौत निशाने पर नहीं आई हैं और उनकी नाक काटने का सौदा भी नहीं हुआ है। लेकिन राज्य वही है, राजस्थान। इस बार राजपूतों के बजाय ब्राह्मण समुदाय ने विरोध का आलाप छेड़ा है।

पद्मावती की मुश्किलें अब काफी हद तक खत्म होती जा रही हैं। अब राजस्थान के सर्व ब्राह्मण समाज ने कंगना रानौत की फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' का विरोध शुरू कर दिया है। ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि ब्रिटेन में रहने वाली एक लेखिका की पुस्तक रानी पर यह फिल्म आधारित है और इस फिल्म में एक अंग्रेज अधिकारी के साथ झांसी की रानी पर एक प्रणय गीत फिल्माया जा रहा है।

महासभा ने मांग की है कि राज्य में तत्काल फिल्म की शूटिंग रोक दी जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि तीन दिन में सरकार ने मांग नहीं मानी तो विरोध तेज कर दिया जाएगा। महासभा ने राज्यपाल कल्याण सिंह और गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया से भी इस मामले में संज्ञान लेने की गुजारिश की है। महासभा ने निर्माताओं को चिट्ठी लिखकर जवाब और स्पष्टीकरण मांगा है। यदि निर्माता तथ्यों से छेड़छाड़ के प्रति आश्वासन नहीं दे पाते तो कड़े कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल फिल्म की शूटिंग राजस्थान के झुंझनूं में चल रही है। इसकाकुछ हिस्सा राजस्थान और जयपुर में भी फिल्माया जा चुका है। फिल्म का निर्माण कीरोज कॉन्टिनेंटल स्टूडियोज कर रही है। जबकि निर्देशन कृष का है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad