पुलिस ने कहा कि उसने शांति बाधित करने के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया जबकि भंसाली पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं की गयी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह गड़बड़ी उस समय शुरू हुई जब इस फिल्म की ऐतिहासिक किले में शूटिंग हो रही थी। फिल्म में दीपिका पादुकोण पद्मावती और रणवीर सिंह अल्लाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभा रहे हैं।
करणी सेना के कार्यकर्ता शूटिंग स्थल पर जमा हो गए और शूटिंग रोकने की मांग की। उन्होंने सेट पर धावा बोला तथा कुछ कुर्सियों एवं अन्य सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया जिससे मजबूर होकर शूटिंग रूक गई।
इस घटना के बाद निर्देशक ने राज्य में शूटिंग को आगे नहीं बढ़ाने का निर्णय किया है। करणी सेना के जिला अध्यक्ष नारायण सिंह ने दावा किया, हमने गलत तथ्य पेश करने के लिए फिल्मकारों को आगाह किया था। हमें जब शूटिंग के बारे में पता चला तो हम वहां एकत्र हुए और प्रदर्शन किया। करणी सेना कार्यकर्ताओं के अलावा बहुत से अन्य लोग थे जो वहां शूटिंग देखने गए थे। भीड़ में से किसी ने उन्हे थप्पड़ मारा और उनके बाल खींच लिए।
डीपीसी उत्तर :जयपुर: अंशुमान भोमिया ने बताया प्रदर्शन हुआ और दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद मामला सुलझ गया।
उन्होंने बताया कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करवाई गई है किन्तु पुलिस ने शांति भंग करने के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
भोमिया के अनुसार फिल्मकार ने कहा है कि वह शूटिंग यहां नहीं करेंगे और यहां से रवाना होंगे।
सिंह ने दावा किया कि भंसाली रानी पद्मावती के बारे में तथ्य तोड़ मरोड़कर पेश कर रहे हैं जिसे राजपूत समुदाय सहन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, हम चाहते थे कि फिल्म में कोई गलत तथ्य नहीं दिखाया जाए और हमने फिल्मकार को इस बारे में बताया था। राजपूत समाज रानी पद्मावती के बारे में गलत तथ्य पेश करने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करेगा। इस घटना पर निर्देशक की कोई भी टिप्पणी नहीं आयी है। भाषा