दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ का प्रीमियर आज शाम 7:30 बजे डिज्नी और हॉटस्टार पर किया जा रहा है। इस फिल्म को देखने की दस मुख्य वजहें हैं:
वजह नंबर 1- यह सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी परफॉर्मेंस है, जिनकी 14 जून को मुंबई में दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
वजह नंबर 2- यह एक ऐसी फिल्म है जो आपको यह महसूस कराएगी कि सामान्य तौर पर मनोरंजन उद्योग और विशेष रूप से बॉलीवुड के लिए उनकी मृत्यु कितनी बड़ी क्षति है। वो अपको आश्चर्य महसूस कराएंगे कि अपने समकालीनों में कितने अच्छे एक्टर थे।
वजह नंबर 3- यह सही है कि 34 साल की युवावस्था में कई संभावनाओं और क्षमताओं के साथ उनके चले जाने पर आप शोक जताने से खुद को नहीं रोक सकते, फिर भी इस फिल्म को उनके जीवन और समय के उत्सव के रूप में देखना चाहिए। यह दिवंगत अभिनेता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वजह नंबर 4- सुशांत के निधन के बाद से फिल्म इंडस्ट्री में चल रही इनसाइडर-आउटसाइडर बहस के बावजूद इसमें कोई शक नहीं कि वो सफलता की एक कहानी है। पटना में जन्मे, जो बिहार के पूर्णिया जिले के गांव से आए थे, जिन्होंने बिना किसी गॉडफादर के बॉलीवुड में अपने दम पर जगह बनाई। उनका जीवन आने वाले वर्षों में लाखों लोगों में आत्म-विश्वास जगाएगा, जो अभिनेता बनना चाहते हैं।
कारण नंबर 5- एम.एस.धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी (2016), केदारनाथ (2018) और छीछोरे (2019) से पता चलता है कि सुशांत अपने काम को अच्छी तरह से जानते थे!
कारण नंबर 6- इस फिल्म को देखने के बाद आपको यह भी समझ में आ जाएगा कि प्रमुख कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने अपनी पहली फिल्म बनाने के लिए उन्हें ही क्यों चुना। इंडस्ट्री में जैसा मुकेश छाबड़ा का स्टेटस है, वह इस भूमिका के लिए किसी को भी साइन कर सकते थे, जिसमें हाई-प्रोफाइल स्टार्ट के बेटे भी शामिल हैं।
वजह नंबर 7- यह तथ्य है कि ‘दिल बेचारा’ अमेरिका की रोमांटिक ट्रेजेडी ‘द फॉल्ट इन आवर स्टार्स (2014)’ पर आधारित है, जो इस फिल्म को देखने में एक अच्छी वजह है।
वजह नंबर 8- इस फिल्म में नई जोड़ी दिखेगी। इसमें सुशांत, संजना सांघी के साथ नजर आएंगे। इससे पहले रिलीज के समय तमाम विवादों के बावजूद फिल्म ‘केदारनाथ’ में डेब्यू करने वाली सारा अली खान के साथ उनकी केमिस्ट्री का जादू देखने को मिला था।
वजह नंबर 9- फिल्म मेंएआर रहमान अपने पूरे फॉर्म में वापसी करते दिखेंगे। विधु विनोद चोपड़ा की शिकारा (2020) में शानदार म्यूजिक के बाद थिरकाने वाले और मनोरंजक गीतों के साथ लौटे हैं। ‘मद्रास के मोजार्ट’ साबित करते हैं कि क्लास स्थायी है।
वजह नंबर 10- श्रद्धांजलि के तौर पर ओटीटी प्लेटफॉर्म ने फैसला किया कि बड़े पैमाने पर इसे दर्शकों को मुफ्त में उपलब्ध कराया जाए, फिर भी लेकिन अगर इसके लिए प्रीमियम शुल्क लिया जाता तो भी यह फिल्म देखने लायक होती।
तो आज शाम आप पॉपकॉर्न, आलू-परांठे या इडली-वड़े के साथ अपनी स्क्रीन से चिपके रहने के लिए 7:30 बजे घर पर तैयार रहें। एक छोटी सी सलाह है कि इस दौरान आप अपने साथ टीशू रखें क्योंकि फिल्म में सुशांत का मुस्कुराता चेहरा आपकी आंखों को नम कर सकता है।