कुछ दिनों पहले ही उन्होंने सिंटा का चुनाव लड़ा था और एक्जिक्यूटिव मेंबर भी बनी थीं। लेकिन असोसिएशन से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि उन्हें सिंटा ने निकाल दिया है और अब उन्हें सिंटा की ओर से मिलने वाली किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा।
सिंटा के महासचिव-प्रवक्ता और अभिनेता सुशांत ने एक अंग्रेजी दैनिक को कहा कि शिल्पा को अपना पक्ष रखने की मोहलत दी गई लेकिन लगता नहीं था कि वह असोसिएशन के कायदे-कानून मानने में रुचि दिखाएंगी। क्योंकि लगातार वह असोसिएशन के खिलाफ ही काम कर रही थीं।
शिल्पा का कहना है कि दो दिन पहले मुझे चुना गया और निकाल दिया गया। साफ है कि कौन किससे डर रहा है। इससे लग नहीं रहा कि शिल्पा मामले को ठंडा पड़ने देंगी। यदि काम न हो तो रायता बिखेर कर ही व्यस्त रहा जा सकता है। आखिर खबरों में बने रहना भी तो जरूरी है।