रीमा दास की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘विलेज रॉकस्टार्स’ को ऑस्कर 2019 में एंट्री मिल गई है। यह फिल्म 91वें अकादमी पुरस्कारों में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने शनिवार यानी आज इसकी घोषणा की।
'विलेज रॉकस्टार्स' गरीब लेकिन अद्भुत बच्चों की कहानी
रीमा दास के असम स्थित अपने छायगांव की पृष्ठभूमि पर बनी 'विलेज रॉकस्टार्स' गरीब लेकिन अद्भुत बच्चों की कहानी है जो एक मजेदार जीवन जीते हैं। इसकी घोषणा एफएफआई की ऑस्कर पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष एस वी राजेंद्र सिंह बाबू ने की।
'इससे क्षेत्र के फिल्मकारों के लिए बड़ा बदलाव आएगा'
दास ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा, ‘बहुत अच्छा लग रहा है। इसे बताने के लिए मेरे पास ज्यादा शब्द नहीं हैं। पूरी यात्रा किसी परी कथा के समान है। यह पूर्वोत्तर के लिए एक बड़ी पहचान है और मुझे लगता है कि चयनित होने वाली यह पहली असमिया फिल्म है। इसलिए मेरा मानना है कि इससे क्षेत्र के फिल्मकारों के लिए बड़ा बदलाव आएगा।’
'मैं हमेशा ऐसे फेस्टिवल्स में जाना और पुरस्कार पाना चाहती थी'
उन्होंने कहा, ‘मुझे हमेशा से उम्मीद थी। मैं हमेशा ऐसे फेस्टिवल्स में जाना और पुरस्कार पाना चाहती थी लेकिन मेरे लिए सबसे अहम यह है कि लोग इस फिल्म से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करें। इस फिल्म के जरिए मुझे उसी प्रकार का भावनात्मक जुड़ाव मिला है।’
यह फिल्म ऑस्कर के मंच पर पहुंचने की हकदार है: दास
दास ने मीडिया से कहा, ‘यह मानवीय पहलू पर बनी तकनीकी रूप से अच्छी फिल्म है जो विश्वभर में लोगों को पसंद आएगी। हम ऐसी फिल्म को सम्मान दे रहे हैं जो ऑस्कर के मंच पर पहुंचने की हकदार है। हमें इस बात की उम्मीद है कि लोग इसे देखेंगे और इसे सम्मान देंगे।’
राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में दिखाई जा चुकी है यह फिल्म
फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (टीआईएफएफ) 2017 में हुआ था और 70 से अधिक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में यह फिल्म दिखाई जा चुकी है।
ऑस्कर के लिए इन फिल्मों का भी था नाम
गौरतलब है कि संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावत’, आलिया भट्ट अभिनीत ‘राजी’, रानी मुखर्जी अभिनीत ‘हिचकी’, शूजित सरकार की ‘अक्टूबर’, तबरेज नूरानी निर्देशित ‘लव सोनिया’, ‘तुमबाद’, ‘हल्का’, ‘कड़वी हवा’ और हाल में प्रदर्शित ‘मंटो’ उन 28 फिल्मों की सूची का हिस्सा थी, जिसे अगले साल के ऑस्कर के लिए सौंपा गया था।
जानकरी के मुताबिक, किसी भी भारतीय फिल्म ने अब तक ऑस्कर पुरस्कार नहीं जीता है। विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में अंतिम पांच में जगह बनाने वाली आखिरी भारतीय फिल्म आशुतोष गोवारीकर निर्देशित ‘लगान’ थी।