शिमला के सिद्धार्थ चौहान ने शुक्रवार को केरल के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में अपनी पहली फीचर फिल्म 'अमर कॉलोनी' के लिए 'भारत से सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक' का पुरस्कार जीता। फिल्म शिमला में सेट है और एक चॉल में रहने वाली तीन महिलाओं के जीवन से संबंधित है। इस फिल्म को निशीथ कुमार ने प्रोड्यूस किया है। इससे पहले निशीथ की फिल्म, अमर कॉलोनी को तीन हफ्ते पहले एस्टोनिया के तेलिन में 26वें ब्लैक नाइट्स फेस्टिवल में स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड मिला था।
यह फिल्म पूरी तरह से शिमला और उसके आस-पास के इलाकों में फिल्माई गई है। फिल्म एक भावनात्मक और स्थानिक अधर में फंसे व्यक्तियों के अकेलेपन और अलगाव के परिणामों की जांच करती है। पुरस्कार जितने के बाद चौहान ने मीडिया को बताया कि यह मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है, मैं रोमांचित हूं। केरल का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक है, इसलिए यह पुरस्कार मेरे लिए बहुत मायने रखता है।
संयोग से, 'अमर कॉलोनी' ने एक पखवाड़े पहले एस्टोनिया की राजधानी में आयोजित तेलिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल में विशेष जूरी पुरस्कार जीता था। 18 देशों की फिल्मों के बीच एकमात्र भारतीय प्रविष्टि है। वहां के जूरी ने फिल्म की 'दृष्टि की मौलिकता' के लिए फिल्म की प्रशंसा की थी।
चौहान के लिए केरल महोत्सव में पुरस्कार जीतना एक और कारण से भी खास है। बता दें कि इससे पहले चौहान की एक लघु फिल्म ने 2016 में इस समारोह में एक पुरस्कार जीता था। गौरतलब है कि इससे पहले सिद्धार्थ कई लोकप्रिय लघु फिल्में, जैसे कि बॉयज डोन्ट वियर नेल पॉलिश!, द इनफिनिट स्पेस, पापा, पाशी और द फ्लाइंग ट्रंक बना चुके हैं।