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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत, 12 से अधिक घायल, उच्च स्तरीय जांच के आदेश, मुआवजे का भी हुआ ऐलान

नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात दर्दनाक हादसा हुआ। स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ने...
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत, 12 से अधिक घायल, उच्च स्तरीय जांच के आदेश, मुआवजे का भी हुआ ऐलान

नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात दर्दनाक हादसा हुआ। स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ने से भगदड़ मच गई। हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 12 से अधिक घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। दर्दनाक हादसे पर पीएम मोदी, दिल्ली के उपराज्यपाल, कार्यवाहक सीएम आतिशी समेत कई लोगों ने शोक जताया है।

दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि वह घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज खंगालेगी ताकि घटना के संबंध में सटीक जानकारी मिल सके। इसके साथ ही रेलवे ने टीम गठित कर जांच करने वाले अधिकारियों के नाम घोषित कर दिए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना में लोगों की मौत होने पर रविवार को शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में लोगों की मौत होने के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।

रेलवे ने जांच के लिए बनाई टीम, सदस्यों के नाम घोषित

रेलवे ने रविवार को दो उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के नामों की घोषणा की, जो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित जांच समिति का हिस्सा होंगे। रेलवे ने बताया कि उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक नरसिंह देव और उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त पंकज गंगवार इस समिति के सदस्य हैं।

जांच शुरू करने वाली समिति ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की सभी वीडियो फुटेज सुरक्षित रखने के आदेश दिए हैं। रेलवे ने शनिवार को भगदड़ के बाद जांच के आदेश दिए थे जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी।

घायलों के इलाज और मुआवजे का ऐलान

इस हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज और मुआवजे को लेकर सरकार ने अपनी तत्परता दिखाई है। शोक संतप्त परिवारों को सरकार की ओर से मदद का आश्वासन दिया गया है, साथ ही घायलों के लिए भी हर संभव सहायता की व्यवस्था की जा रही है। रेलवे ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपए अनुग्रह राशि के तौर पर देने की रविवार को घोषणा की। रेलवे ने कहा कि गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे।

दरअसल, शनिवार-रविवार की छुट्टी के चलते महाकुंभ में जाने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने से स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। भीड़ को काबू करने के लिए पर्याप्त अमला न होने से हालात बेकाबू हाे गए। भीड़ एक-दूसरे पर चढ़ने लगी। लोकनायक अस्पताल में आपातकालीन विभाग की प्रमुख डॉ. ऋतु सक्सेना ने 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

मृतकों में 11 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। दो की मौत लेडी हार्डिंग अस्पताल में हुई। रेलवे ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। एनडीआरएफ की टीम भी राहत के लिए स्टेशन पहुंच गई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि पूरी टीम प्रभावितों की मदद में जुटी है।

दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, शनिवार रात 9:55 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 14-15 पर भगदड़ की सूचना मिली थी। चार गाड़ियों समेत स्टाफ को मौके पर भेजा गया। प्रयागराज जा रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर-12 पर शिवगंगा एक्सप्रेस जा रही थी। गाड़ी के जाते ही सारी भीड़ प्लेटफॉर्म 14-15 पर आ गई।

'15 लाशें हमने खुद उठाई'

घटना स्थल पर मौजूद एक कुली ने बताया, 'प्रयागराज जाने वाली ट्रेन को 12 नंबर प्लेटफॉर्म से 16 नंबर पर कर दिया तो लोग 16 नंबर प्लेटफॉर्म पर भागने लगे। ऐसे में पुल और एस्केलेटर पर लोग फंस गए। हमनें खुद ने 15 लाशें लोड की हैं। प्रशासन के बहुत कम लोग थे। प्रशासन ने आग का समझ कर आग की दमकल गाड़ियां भेज दी।'

 

स्टेशन पर क्यों और कैसे हुआ हादसा

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि कल जब यह दुखद घटना घटी, उस समय पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी और जम्मू की ओर जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर खड़ी थी। इस दौरान प्लेटफॉर्म 14-15 की ओर आ रहा एक यात्री सीढ़ियों पर फिसल कर गिर गया और उसके पीछे खड़े कई यात्री इसकी चपेट में आ गए और यह दुखद घटना घटी। इसकी उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच की जा रही है।

मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का शवगृह

दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के शवगृह के बाहर का दृश्य है। जहां पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में मारे गए लोगों के शव रखे गए हैं। भगदड़ में 14 महिलाओं समेत 18 लोगों की जान चली गई।
 

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