प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए 26 जुलाई को लद्दाख जाएंगे। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। लद्दाख के उपराज्यपाल एवं सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर बी डी मिश्रा ने प्रधानमंत्री के दौरे के संबंध में की गई तैयारियों का जायजा लिया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मिश्रा ने यहां उपराज्यपाल सचिवालय में एक बैठक की और द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों का जायजा लिया। उपराज्यपाल ने बैठक में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 26 जुलाई को कारगिल युद्ध स्मारक आएंगे और कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले समारोह मे शामिल होंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में द्रास हेलीपैड पर सुरक्षा और स्वागत, उनके काफिले के लिए आवश्यक व्यवस्था, स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित किये जाने की प्रक्रिया, युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियों के साथ बातचीत सहित कई तैयारियों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने 8 माउंटेन डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल सचिन मलिक से द्रास ब्रिगेड हेलीपैड पर व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
प्रवक्ता ने बताया कि मिश्रा ने संबंधित अधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। मेजर जनरल मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री 26 जुलाई की सुबह द्रास ब्रिगेड हेलीपैड पर उतरेंगे और सेना के अधिकारी उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कारगिल युद्ध स्मारक के लिए रवाना होने से पहले एक कक्ष में आराम करेंगे।
मेजर जनरल मलिक ने बताया कि प्रधानमंत्री शहीदों को दी जाने वाले पुष्पांजलि समारोह में शामिल होंगे और उसके बाद 'शहीद मार्ग' (वॉल ऑफ फेम) का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करेंगे और कारगिल युद्ध की कलाकृतियों के संग्रहालय का निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 'वीर नारियों' (युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियां) से बातचीत भी करेंगे और वीर भूमि का दौरा करेंगे। इसके साथ ही वह 'शिंकू ला सुरंग' का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करेंगे।