महाकुंभ मेले में बुधवार तड़के भगदड़ मचने से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 अन्य घायल हो गए। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के माध्यम से इस खबर की पुष्टि की है।
संगम क्षेत्र में यह भगदड़ उस समय हुई जब माघी अमावस्या के पावन अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु स्नान के लिए उमड़ पड़े। अत्यधिक भीड़ के कारण स्थिति अनियंत्रित हो गई और भगदड़ मच गई।
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है। 25 लोगों की पहचान हो गई है और बाकी 5 की पहचान की जा रही है: वैभव कृष्ण, DIG, महाकुंभ pic.twitter.com/aAAcJpNiz6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2025
डीआईजी वैभव कृष्ण ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस हादसे में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 60 लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
महाकुंभ में डुबकी लगाने आईं कर्नाटक निवासी सरोजिनी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "हम दो बसों में 60 लोगों के जत्थे में आए थे। हमारे समूह में नौ लोग थे। अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी और हम फंस गए। कई लोग गिर गए और भीड़ बेकाबू हो गई।"
स्थानीय अस्पताल में भर्ती एक महिला, जिसका बच्चा घायल हो गया था, ने कहा कि जब लोगों ने भारी भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू कर दी तो उसके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं थी। उन्होंने पीटीआई को बताया, "जिन लोगों ने हमें धक्का दिया था, वे हंस रहे थे, जबकि हम उनसे बच्चों के प्रति दया की भीख मांग रहे थे।"
महाकुंभ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) श्री कृष्णा ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम की ओर जा रहे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि उनके साथ हजारों संत और नागा साधु आ रहे हैं। "हम अमृत स्नान के लिए जा रहे हैं... हम घाटों को बहुत जल्दी खाली कर देंगे ताकि यहां आए सभी श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा सकें।"
पंचायती निरंजनी अखाड़े के दिगंबर नागा बाबा चिदानंद पुरी ने अमृत स्नान के बाद समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि घटना के बाद निरंजनी अखाड़े के लोग कम संख्या में पवित्र स्नान के लिए आ रहे हैं।