राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 की घोषणा हो चुकी है। 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में 'केजीएफ 2' से लेकर 'ब्रह्मास्त्र' ने अवॉर्ड जीते। इस दौरान बॉलीवुड की कई दिग्गज हस्तियों समेत मशहूर फिल्म निर्माता राम कमल मुखर्जी भी वहां मौजूद थे। मुखर्जी 70वें राष्ट्रीय पुरस्कार में जूरी के सदस्य थे।
पिछले साल भी राम कमल राष्ट्रीय पुरस्कार में आए थे। तब वह अपनी फिल्म "एक दुआ" के लिए पुरस्कार लेने आए थे, लेकिन इस साल वे "सर्वश्रेष्ठ सिनेमा लेखन" और "भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ किताब" की जूरी में शामिल थे। रेड कार्पेट पर उनके साथ सूचना और प्रसारण मंत्रालय के कई सदस्य भी मौजूद थे। पुरस्कार का प्रसारण दूरदर्शन (राष्ट्रीय पुरस्कार का आधिकारिक चैनल) पर दिखाया गया।
इस दौरान राम कमल ने कहा, "यह मेरे लिए सम्मान की बात थी कि मैं इतने अनुभवी व्यक्तियों के साथ मंच साझा कर सका। एनएफडीसी द्वारा चयन की प्रक्रिया बहुत ध्यानपूर्वक की गई थी, और हमें दिशानिर्देशों का पालन करना पड़ा। सभी विजेताओं का चयन जूरी ने सर्वसम्मति से किया। हमने किशोर कुमार की जीवनी और वरिष्ठ पत्रकार दीपक दुआ को सर्वश्रेष्ठ सिनेमा लेखन के लिए चुना।"
बता दें कि राम कमल हेमा मालिनी, संजय दत्त और मिथुन चक्रवर्ती पर तीन बायोग्राफी भी लिख चुके हैं। राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मेलन के दौरान राम कमल बॉलीवुड के कई बड़े बड़े नामों से भी मिलते दिखे जैसे- करण जौहर, अयान मुखर्जी, सूरज बड़जात्या, मनोज बाजपेयी, शर्मिला टैगोर और मिथुन चक्रवर्ती।
70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स के दौरान बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों उन्हें सम्मानित किया गया। करीब 350 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके मिथुन ने अपनी अदाकारी से पूरे भारत में अपना नाम रोशन कर चुके हैं।