आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने दिल्ली विधानसभा में पानी के बिलों में सुधार के लिए एकमुश्त समाधान योजना को रोकने का भारी विरोध किया जिसके बाद अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। आप के सदस्य नियम 280 के तहत विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों के विशेष उल्लेख के बाद सदन में आसन के सामने आ गए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारे लगाए। विधायकों ने पार्टी पर योजना को रोकने के लिए अधिकारियों पर दबाव डालने का आरोप लगाया।
उन्होंने उपराज्यपाल से योजना में बाधा डालने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने आप सदस्यों को शांत करने की कोशिश की और उन्हें अपनी सीट पर बैठने के लिए कहा। लेकिन जब विधायकों ने वापस जाने से इंकार कर दिया तो उन्होंने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुयी तो आप विधायक फिर से आसन के सामने आ गए और नारे लगाने लगे।
गोयल ने दोबारा विधायकों से अपनी सीटों पर वापस जाने का अनुरोध किया लेकिन वे नारे लगाते रहे। आखिरकार अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सदन में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए उपराज्यपाल सक्सेना से आग्रह किया था कि वे अधिकारियों को योजना के कार्यान्वयन का निर्देश दें और यदि वे इंकार करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के दबाव और धमकी के कारण अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं।