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न्यूज़क्लिक पर ED की कार्रवाई के बाद विपक्ष हमलावर, पीडीपी, सीपीआई (एम) और कांग्रेस ने सरकार को घेरा, अनुराग ठाकुर ने दिया ये जवाब

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार सुबह यानी आज ऑनलाइन पोर्टल न्यूज़क्लिक और उसके पत्रकारों के...
न्यूज़क्लिक पर ED की कार्रवाई के बाद विपक्ष हमलावर, पीडीपी, सीपीआई (एम) और कांग्रेस ने सरकार को घेरा, अनुराग ठाकुर ने दिया ये जवाब

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार सुबह यानी आज ऑनलाइन पोर्टल न्यूज़क्लिक और उसके पत्रकारों के परिसरों पर छापेमारी की। सूत्रों का कहना है कि न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर चल रही दिल्ली पुलिस की छापेमारी 17 अगस्त को यूएपीए और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत दर्ज मामले पर आधारित है। इस बीच विपक्षी पार्टियों और नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने का काम शुरू कर दिया है।

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, सीपीआई (एम) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने इस घटना की आलोचना की है। वहीं, सरकार का कहना है कि जांच एजेंसियां कानूनी दायरे में काम करने के लिए स्वतंत्र हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने न्यूज़क्लिक के पत्रकारों के आवासों पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की छापेमारी को "मछली पकड़ने" का अभियान बताया। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने कहा कि छापे बेहद परेशान करने वाले थे क्योंकि उन्होंने केंद्र सरकार पर विदेश में प्रेस का समर्थन करने और घर में उस पर हमला करने का आरोप लगाया। 

महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि भारत सरकार का दावा है कि भारत लोकतंत्र की जननी है, फिर भी उसी सांस में शेष मुट्ठी भर स्वतंत्र मीडिया आउटलेट्स पर नकेल कसने के लिए राज्य एजेंसियों का उपयोग करती है। पहले गिरफ्तारी और बाद में फर्जी आरोप लगाने का बार-बार अवैध पैटर्न बेहद परेशान करने वाला है। वहीं, कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि न्यूज़क्लिक में योगदान देने वाले पत्रकारों पर छापेमारी बिहार में जाति सर्वेक्षण और देश भर में इसकी बढ़ती मांग से ध्यान से भटकाने की कोशिश है।"

दूसरी तरफ, दिल्ली पुलिस द्वारा न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर छापेमारी करने पर सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी कहते हैं, "पुलिस मेरे आवास पर आई थी क्योंकि मेरा एक साथी जो मेरे साथ वहां रहता है, उसका बेटा न्यूज़क्लिक के लिए काम करता है। पुलिस उससे पूछताछ करने आई थी। उन्होंने उसका लैपटॉप और फोन ले लिया। वे क्या जांच कर रहे हैं, कोई नहीं जानता। अगर यह मीडिया को दबाने की कोशिश है, तो देश को इसके पीछे का कारण पता होना चाहिए।"

गौरतलब है कि पुलिस आईपीसी की धारा 153ए (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। स्पेशल सेल ने सुबह-सुबह एक साथ दिल्ली, नोएडा, गजियाबाद में रेड मारी है। बताया जा रहा है कि छापामार कार्रवाई 30 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ चल रही है। रेड के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस जैसे लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।

इस मामले में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "मुझे इन छापों के बारे में कोई सफाई देने की कोई जरूरत नहीं है। जांच एजेंसियां अपना काम करती हैं और किसी ने गलत किया है तो जांच एजेंसियां कानूनी दायरे में कार्य करने के लिए स्वतंत्र हैं। यह कहीं नहीं लिखा कि अगर आपके पास गलत तरह से पैसा आया होगा, आपत्तीजनक कार्य हुआ होगा तो उस पर जांच एजेंसी कार्य नहीं कर सकती।"

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