गुरुवार दोपहर को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए जा रही थी, दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के हाथों में थी। इस दुखद हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
कौन थे कैप्टन सुमीत सभरवाल?
कैप्टन सुमीत सभरवाल एक अनुभवी लाइन ट्रेनिंग कैप्टन (LTC) थे, जिनके पास 8,200 घंटों का उड़ान अनुभव था। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार, सुमीत सभरवाल ने अपने करियर में कई जटिल उड़ानों को सफलतापूर्वक संचालित किया था। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव को देखते हुए उन्हें इस लंबी दूरी की उड़ान की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हादसे से पहले, उन्होंने टेकऑफ के तुरंत बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) भेजा था, जो विमानन में गंभीर आपात स्थिति का संकेत होता है। हालांकि, इसके बाद विमान का ATC से संपर्क टूट गया।
कौन थे फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर?
फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर इस उड़ान में सह-पायलट की भूमिका में थे। उनके पास 1,100 घंटों का उड़ान अनुभव था। हालांकि वे सभरवाल की तुलना में कम अनुभवी थे, लेकिन उनकी ट्रेनिंग और कौशल को उच्च माना जाता था। DGCA के अनुसार, कुंदर ने इस उड़ान में कैप्टन सभरवाल की सहायता की, लेकिन हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है।
कैसे हुआ हादसा?
विमान ने दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी थी। टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद, विमान ने 625 फीट की ऊंचाई हासिल की और फिर तेजी से नीचे गिरने लगा। हादसा मेहमानीनगर क्षेत्र में हुआ, जहां विमान एक डॉक्टर्स हॉस्टल से टकराया। भारी ईंधन के कारण दुर्घटना के बाद भीषण आग लग गई, जिससे काला धुआं दूर तक दिखाई दिया। बचाव कार्य में NDRF, पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं।
जांच और प्रतिक्रिया
DGCA ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और बोइंग की तकनीकी टीम भी जांच में सहयोग कर सकती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तत्काल राहत कार्यों का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को "दिल दहला देने वाला" बताया। हादसे के कारण अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।
गौरतलब है कि यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास में एक दुखद अध्याय बन गया है। कैप्टन सुमीत सभरवाल और क्लाइव कुंदर जैसे अनुभवी पायलटों की मौजूदगी के बावजूद यह दुर्घटना कई सवाल खड़े करती है। जांच पूरी होने के बाद ही हादसे के सटीक कारणों का पता चल सकेगा।