भारत में भारी मानसून के बीच नदियों में आने वाली बाढ़ और आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र की टीम मानवीय समर्थन और सहायता देने के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने कहा कि प्रभावित लोगों को मानवीय समर्थन और मदद के लिए हमारी टीम तैयार है।
बता दें कि भारत में मानसून के दौरान नदियों में आने वाली बाढ़ से देश में भारी तबाही होती है। इससे जान-माल को भारी नुकसान होता है। हजारों लोग बेघर हो जाते हैं। ऐसे में बाढ़ पीडि़तों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र की मदद की यह पहल काफी अहम है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि भारत के पड़ोसी राज्यों में आई बाढ़ के कारण जन-जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। बाढ़ से जान-माल को भारी नुकसान हुआ है। 500,000 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाला जा चुका है।
स्टीफन दुजारिक ने कहा कि भारत में बाढ़ से प्रभावित सबसे कमजोर लोगों को मानवीय समर्थन देने के लिए संयुक्त राष्ट्र की टीम तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत में भारी मानूसन के कारण जान-माल को भारी नुकसान हो सकता है। ऐसे में हमारी टीम कमजोर लोगों की मदद के लिए तैयार है।
प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एशिया में आई बाढ़ और आपदा पर संयुक्त राष्ट्र के राहत कार्यक्रम और मानवीय सहयोग का अपडेट देते हुए बताया कि बांग्लादेश में बाढ़ की स्थिति बहुत खराब है। बांग्लादेश में मानसून के चलते आई बाढ़ में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रवक्ता ने बताया कि वह लंबे समय से बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। देश का एक चौथाई हिस्सा जल मग्न है।