ऋषिकेश के पौड़ी जिले में हुए अंकिता हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा पर आरोपी पुलकित आर्य और उनके दो कर्मचारियों को बचाने का आरोप लगाया। माहरा ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार ने पुलिस के एक अधिकारी को फिर से सामने लाकर "वीआईपी" बचाना चाहती है।
बता दें कि अंकिता ऋषिकेश के पास पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर इलाके में वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थी। 19 वर्षीय भंडारी को रिसोर्ट के संचालक पुलकित आर्य और उनके दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने दुराचार करने की कोशिश की और एक वीआईपी अतिथि को "विशेष सेवाएं" देने के लिए उसे मजबूर करने का प्रयास किया। अंकिता ने उसका विरोध किया और विरोध करने पर उन्होंने उसे नहर में धकेल दिया था।
वही दूसरी तरफ, कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई ने सोमवार को राज्य की भाजपा सरकार पर अंकिता भंडारी हत्याकांड में सामने आए ‘‘वीआईपी’’ का नाम छिपाने और उसको बचाने का आरोप भी लगाया। मेहरा ने पुलिस की जांच को नज़र में रखते हुए सीबीआई जांच मांग की।
गौरतलब है कि कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई ने कहा की लोगों का पुलिस द्वारा की जा रही जांच से भरोसा उठ गया है। इसीलिए पीड़ित के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई जांच की सख़्त जरूरत है। जाहिर है कि महारा ने कहा कि वीआईपी के नाम का खुलासा किया जाना चाहिए और "विशेष सेवा" का अर्थ समझाया जाना चाहिए।
जिससे लोग ऐसी घटनाओं से जागरूक हो सके।
महारा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस पहले दिन से ही भाजपा सरकार के दबाव में मामले से संबंधित सबूतों को नष्ट करने में लगी हुई है। चूंकि इसमें एक भाजपा नेता शामिल है।अंकिता मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट बहुत देर से दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा, "अपराध के एक हफ्ते बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और पकड़े जाने के कई दिनों बाद रिमांड पर लिया गया था।"