पिछले महीने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसीरी जिले में मैकमोहन लाइन के निकट असापिला सेक्टर में 21 वर्षीय युवक का अपहण कर लिया। राज्य ने इस घटना की पुष्टि की है। इस मामले पर भारत और चीन के बीच तनाव दोबारा बढ़ सकता है।
पिछले महीने 19 मार्च को हुई घटना
पुलिस का कहना है कि पिछले 19 मार्च को हुई इस घटना के बाद युवक के बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है। पुलिस महानिरीक्षक चुखू आपा ने कहा कि जिले के पुलिस अधीक्षक तारु गुसार ने नाचो पुलिस थाने के प्रभारी को मौके पर भेजा था। जांच में इस घटना की पुष्टि हुई है। राज्य सरकार को इस मामले की जानकारी नियम के मुताबिक भेज दी गई है। यह मामला विदेश मंत्रालय के अधीन आता है।
तीन में से दो युवक किसी तरह बच निकले
इस मामले में कोलकाता स्थित सेना की पूर्वी कमान से किए गए सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। राज्यपाल बी. डी. मिश्रा को 27 मार्च को दिए एक ज्ञापन में तागिन कल्चरल सोसायटी ने बताया था कि तागले सिंगकाम और उसके दो दोस्त गामशी चंदर और रोनया नादे उस समय मछलियां पकड़ने में मशगूल थे, जब चीन के सुरक्षा कर्मियों ने उन पर हमला किया।
भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों ने किया अपहरण
ज्ञापन के अनुसार दोनों दोस्त किसी तरह बचकर निकलने में सफल रहे लेकिन चीनी सुरक्षा बलों ने बंदूक की नोंक पर तोगले सिंगकाम का अपहरण कर लिया। इस बारे में सिंगकाम परिवार ने नाचो पुलिस थाने में 23 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी। राज्यपाल के कार्यालय ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि की है। इसमें कहा गया कि सिंगकाम को जिस स्थान से उठाया गया, वह उसकी पैतृक जमीन थी और भारतीय सीमा के ही भीतर थी।
तिब्बत और अरुणाचल के बीच मैकमोहन लाइन
मैकमोहन लाइन तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र और अरुणाचल प्रदेश के बीच में विभाजन करती है लेकिन चीन अरुणाचल प्रदेश पर दावा करता है। मैकमोहन लाइन अच्छी तरह से चिन्हित नहीं है। भारतीय सीमा में लगे छोटे सीमेंट पिलर प्रायः धूल-मिट्टी के चलते गायब हो जाते हैं।