ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने 3 मई को हुए संघीय चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की है। उनकी अगुवाई में सेंटर-लेफ्ट लेबर पार्टी ने न केवल सत्ता बरकरार रखी, बल्कि बहुमत सरकार बनाने की संभावना भी प्रबल हो गई है। यह जीत अल्बानीज़ को 2004 के बाद लगातार दूसरा कार्यकाल जीतने वाले पहले प्रधानमंत्री बनाती है।
चुनाव परिणामों ने विपक्षी लिबरल-नेशनल गठबंधन के नेता पीटर डटन के लिए करारा झटका दिया, जिन्होंने न केवल चुनाव हारा, बल्कि अपनी डिक्सन सीट भी लेबर उम्मीदवार अली फ्रांस से खो दी। राजनीतिक विशेषज्ञों ने पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में मतदान केंद्र बंद होने के तुरंत बाद गठबंधन की हार की घोषणा की। वहीं अल्बानीज़ ने अपनी जीत का श्रेय लेबर की जन-केंद्रित नीतियों को दिया, जिसमें मेडिकेयर में रिकॉर्ड निवेश, मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं, छात्र ऋण में कटौती और छोटे कर राहत उपाय शामिल हैं। उन्होंने कैंटरबरी-हर्ल्स्टन पार्क आरएसएल क्लब में विजय भाषण में कहा, "ऑस्ट्रेलियाई लोगों ने भविष्य में निवेश और एकजुटता के लिए वोट दिया है।"
इस चुनाव अभियान में लागत-जीवन संकट, आवास संकट और जलवायु परिवर्तन प्रमुख मुद्दे रहे। अल्बानीज़ ने वैश्विक आर्थिक चुनौतियों और विशेष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के प्रभाव के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के हितों की रक्षा पर जोर दिया। उनकी रणनीति ने मतदाताओं में विश्वास जगाया है। खासकर जब विपक्षी नीतियों पर स्पष्टता की कमी थी।
विपक्षी नेता पीटर डटन ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि गठबंधन अगले तीन वर्षों में मजबूत होकर वापसी करेगा। इस बीच, ग्रीन्स और स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी कुछ सीटों पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिससे अल्बानीज़ की सरकार को अल्पसंख्यक शासन की आशंका से बचने में मदद मिली।यह जीत अल्बानीज़ के लिए व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों रूप से महत्वपूर्ण है, जो सिडनी के एक साधारण परिवार से उठकर देश के शीर्ष पद तक पहुंचे।