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बेंगलुरु हत्याकांड: पूर्व डीजीपी की पत्नी ने खुद दी हत्या की सूचना, बेटी की भूमिका पर भी संदेह

बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट इलाके में रविवार को पूर्व डीजी एंड आईजीपी ओम प्रकाश की उनके ही घर में बेरहमी...
बेंगलुरु हत्याकांड: पूर्व डीजीपी की पत्नी ने खुद दी हत्या की सूचना, बेटी की भूमिका पर भी संदेह

बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट इलाके में रविवार को पूर्व डीजी एंड आईजीपी ओम प्रकाश की उनके ही घर में बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस जघन्य वारदात के पीछे उनकी पत्नी पल्लवी (64) को गिरफ्तार किया गया है। पूर्व डीजी की हत्या रविवार दोपहर के भोजन के समय हुई, जब वह खाना खा रहे थे।

कैसे की गयी हत्या 

ओम प्रकाश ने रविवार को ऑनलाइन फिश फ्राई ऑर्डर की थी। उन्होंने अपनी प्लेट में दो मछलियाँ और चावल परोसे थे और दोपहर 2:30 बजे से 3:00 बजे के बीच डाइनिंग टेबल पर खाना खा रहे थे। तभी उनकी पत्नी पल्लवी ने उनके चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंक दिया और चाकू से उन पर हमला कर दिया।

पल्लवी ने पहले उनके गले पर चाकू से वार किया और फिर उन पर तेल की बोतल से प्रहार किया। पुलिस को घटनास्थल पर मिले साक्ष्य और पल्लवी के बयान से यह जानकारी प्राप्त हुई।

पुलिस के मुताबिक, प्रकाश जमीन पर गिरने के बाद करीब 15 मिनट तक तड़पते रहे और फिर उनकी मृत्यु हो गई। उनके शव के पास टॉयलेट क्लीनर और फ्लोर क्लीनर की दो बोतलें मिलीं।

प्रकाश पर हमला होते ही उन्होंने भागने की कोशिश की थी। लेकिन पल्लवी ने उनके चेहरे पर कंबल फेंक दिया और उन्हें धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद उन्होंने उनके गले, कंधे, पेट और पीठ में चाकू से कई वार किए, जबकि प्रकाश उनसे रहम की भीख मांगते रहे।

पल्लवी घटनास्थल पर उनके पास खड़ी रही। प्रकाश का चेहरा कंबल से ढका हुआ था और वह उल्टे मुंह पड़े थे। उस समय उन्होंने लुंगी, बनियान और चप्पल पहन रखी थी। पुलिस के घटनास्थल पर पहुँचने तक उनकी लुंगी और बनियान खून से लथपथ हो चुकी थी।

इस बात की आशंका जताई जा रही है कि घटना के समय उनकी बेटी कृति भी उसी मंजिल पर मौजूद थी। हालांकि पुलिस टीम के मौके पर पहुंचने पर वह तीसरी मंजिल के अपने घर में मिली। हत्या के तुरंत बाद पल्लवी ने एक दोस्त (जो एक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी की पत्नी है) को मैसेज किया कि उसने "राक्षस को मार डाला" है। और फिर उन्हें वीडियो कॉल पर प्रकाश की लाश दिखाई। । पल्लवी ने इसके बाद दो और लोगों को फोन कर घटना की जानकारी दी, जिनमें से एक फोन पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल किया। लेकिन उससे पहले ही पल्लवी ने स्वयं एचएसआर लेआउट पुलिस को फोन कर हत्या की जानकारी दी थी।

इसके बाद पल्लवी को हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए थाने लाया गया। सूत्रों के अनुसार  डीसीपी (दक्षिण-पूर्व) सारा फातिमा ने रिटायर्ड आईपीएस की पत्नी से बात की। लेकिन उनका बयान आधिकारिक रूप से दर्ज नहीं किया गया। 

मानसिक उत्पीड़न का शिकार थी पल्लवी  

एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले पल्लवी ने आईपीएस अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज भेजा था। जिसमें उन्होंने अपने पति के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेकर केस दर्ज करने की अपील की थी। मैसेज में पल्लवी ने लिखा था: "यह पल्लवी ओम प्रकाश की डिस्ट्रेस कॉल है। कृपया स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करें। मैं और मेरी बेटी घरेलू हिंसा का शिकार हैं। ओम प्रकाश हमारे खाने में इंसुलिन और सैनिटाइज़र मिला रहे हैं। अब उन्होंने मेरी बेटी को ड्रग देना शुरू कर दिया है। वह मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। मेरी बेटी का फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइसेज़ हैक कर दिए गए हैं। यह सब संपत्ति के लालच में किया जा रहा है।"

पल्लवी ने आरोप लगाया कि उनके पति लोगों को मानसिक रूप से अस्थिर घोषित करके अपने कृत्यों को छिपाते हैं और यह सब संपत्ति, लालच और ईर्ष्या के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश अपने बेटे और बहू का समर्थन कर रहे हैं और पैसे की लालसा ने उन्हें अंधा बना दिया है।

संपत्ति विवाद बना हत्या की वजह 

पुलिस इस पूरे मामले में प्रॉपर्टी विवाद के एंगल की भी जांच कर रही है। परिवार के सूत्रों के अनुसार, ओम प्रकाश की अधिकतर संपत्तियाँ उत्तर कन्नड़ जिले में हैं। उन्होंने 2011-12 में जोइडा में कुछ एकड़ जमीन खरीदी थी और पाँच एकड़ पर फार्महाउस बनाया था। पल्लवी का आरोप है कि प्रकाश न तो उन्हें और न ही उनकी बेटी को संपत्ति में कोई हिस्सा दे रहे थे।

घटना के बाद जब पुलिस कृति के तीसरी मंजिल स्थित कमरे में पहुँची, तो उसने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस को दरवाजा तोड़ना पड़ा। उसने पुलिस के साथ जाने से इनकार किया और बहुत विरोध किया। पुलिस के अनुसार, वह बार-बार कह रही थी कि कोई उसे छुए नहीं। उसने अपने फिंगरप्रिंट देने से भी मना किया, और बहुत समझाने के बाद ही तैयार हुई। बाद में उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया।

यह हत्याकांड पुलिस के लिए एक पेचीदा और संवेदनशील मामला बन गया है, जिसमें पारिवारिक कलह, मानसिक उत्पीड़न, संपत्ति विवाद और घरेलू हिंसा जैसी कई परतें सामने आ रही हैं। जांच अभी भी जारी है।

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