बिहार में आज अनलॉक-1 के बीच बिहार विधानसभा चुनावों की चहल-पहल शुरू होने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअल रैली के जरिए करेंगे। पार्टी की ओर से शाम चार बजे होने वाली इस डिजिटल संवाद की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। वहीं, राष्ट्रीज जनता दल (आरजेडी) ने कोरोना काल में इस सियासी मुहिम का विरोध करते हुए थाली और ताली बजाने का प्रदेशव्यापी अभियान चलाने का फैसला किया है। आरजेडी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में बीजेपी और सत्ताधारी गठबंधन एनडीए को श्रमिक विरोधी बताते हुए प्रदर्शन करेंगे।
56 ईंच का सीना दिखाएगी बीजेपी
बीजेपी ने रविवार को वर्चुअल रैली के जरिए बिहार की सियासत में अपने 56 ईंच का सीना दिखाने की ठानी है। पार्टी ने दावा किया है कि वह डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल करते हुए बिहार के 56 लाख लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेगी। पार्टी की सदस्यता के लिए मिस कॉल करने वाले लोगों को अमित शाह की डिजिटल रैली का लिंक भेजा गया है। बीजेपी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में इसके लिए लोगों के संपर्क में हैं ताकि वे अमित शाह के लाइव संबोधन से जुड़ सकें। कई जिलों में स्क्रीन लगाकर अमित शाह के भाषण के प्रसारण की तैयारी की गई है।
नीतीश भी करेंगे कार्यकर्ताओं से डिजिटल संवाद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चुनावों के मद्देनजर रविवार से अपने दल की तैयारियों को धार देने की योजना को जमीन पर उतारने जा रहे हैं। रविवार को दिन में 11 बजे से 5 बजे के बीच वह पांच जिलों में अपने कार्यकर्ताओं से सीधे डिजिटल संवाद करेंगे। पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने बताया कि अगले 12 जून तक मुख्यमंत्री हर रोज पांच नए जिलों में कार्यकर्ताओं से संवाद कर जमीनी हालात का जायजा लेंगे। इस दौरान जिले के जनप्रतिनिधि और प्रमुख पार्टी नेता भी मौजूद रहेंगे।
आरजेडी मना रहा गरीब अधिकार दिवस
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कोरोना संक्रमण से जूझ रहे बिहार में बीजेपी की इस सियासी मुहिम को श्रमिकों और मजदूरों के साथ अन्याय बताया है। उन्होंने बीजेपी की इस चुनावी मुहिम का विरोध करते हुए पूरे प्रदेश में गरीब अधिकार दिवस का आह्वान किया है। आरजेडी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर थाली और ताली बजाकर लोगों के बीजेपी की इस चुनावी मुहिम का विरोध करेंगे। पार्टी ने लॉकडाउन के दौरान प्रदेश वापसी को लेकर हुई प्रवासी श्रमिकों की दिक्कतों को चुनावी मुद्दा के रूप में उछालने की तैयारी कर ली है।