बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 का दूसरा संस्करण गुरुवार (19 दिसंबर) यानी आज से शुरू हो गया। यह दो दिवसीय मेगा इवेंट राज्य में औद्योगिक और उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। दूसरे दिन सीईओ राउंडटेबल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कई बड़े ऐलान होने की उम्मीद है। ज्ञान भवन में चल रहे आयोजन में बिहार के दोनों डिप्टी सीएम मौजूद हैं।
"बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024" का उद्घाटन कार्यक्रम बिहार राज्य गीत, "मेरे भारत के कंठहार तुझको शत-शत वंदन बिहार" की भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ शुरू हुआ।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने समारोह में शामिल प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राज्य द्वारा चुनौतियों को अवसरों में बदलने पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बिहार की महत्वपूर्ण आबादी, जिसे कभी बोझ के रूप में देखा जाता था, अब एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में पहचानी जाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उद्योगों को पर्याप्त कार्यबल की आवश्यकता होती है, जो बिहार में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।
Sri Samrat Choudhary, Hon'ble Dy. CM of Bihar, addressed the delegates at the #BiharBusinessConnect2024, emphasising the state's transformation of challenges into opportunities.
He highlighted that Bihar's significant population, once perceived as a liability, is now recognised… pic.twitter.com/LO2CGiv9MZ
— Department of Industries, Bihar (@IndustriesBihar) December 19, 2024
वहीं, बिहार के श्रम संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में 2400 कौशल विकास केंद्र हैं। उन्होंने उद्योग जगत की जरूरतों के लिए मानव संसाधन उपलब्ध कराने वाले प्रमुख प्रदाता के रूप में बिहार की स्थिति पर जोर दिया।
इसके अलावा, उद्योग विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयशी ने बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 में संभावित और मौजूदा निवेशकों को "एडवांटेज बिहार" दिखाते हुए एक रणनीतिक "आगे की राह" बताई, जिसमें शामिल हैं:
-मौजूदा और उभरते औद्योगिक क्षेत्रों के पास नई भूमि का अधिग्रहण।
-विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में नए प्लग एंड प्ले औद्योगिक शेड का विकास।
-MSMEs और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एंकर-लेड क्लस्टर मॉडल को बढ़ावा देना और स्थापित करना।
-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर अधिक जोर।
-श्रम शक्ति भागीदारी बढ़ाकर महिलाओं का सशक्तिकरण।
-जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (ZLD), कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC), और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP) सहित टिकाऊ प्रथाओं को अपनाना।
Smt. Bandana Preyashi, Secretary, Dept of Industries, while showcasing "Advantage Bihar" to potential and existing investors at the #BiharBusinessConnect2024, outlined a strategic "Way Forward", encompassing:
- Acquisition of new land parcels near existing and emerging… pic.twitter.com/GHMNWoyecI
— Department of Industries, Bihar (@IndustriesBihar) December 19, 2024
2023 में आए थे 38,000 करोड़ के निवेश
पिछले साल बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 में 600 से ज्यादा उद्यमियों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान 50,530 करोड़ रुपये के 278 निवेश प्रस्तावों पर एमओयू हुए, जिनमें से 244 प्रोजेक्ट्स, जिनकी कीमत 38,000 करोड़ रुपये है, जमीन पर लागू हो चुके हैं।
इससे राज्य में औद्योगिक विकास तेज हुआ और रोजगार के कई अवसर बने। पिछले साल की सफलता को देखते हुए, इस साल फिर से बिहार बिजनेस कनेक्ट का आयोजन किया गया है।
पहले कृषि के लिए मशहूर बिहार अब उद्योग, उद्यमिता और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नितीश कुमार, राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री, बड़े उद्योगपति, नीति निर्माता और क्षेत्रीय विशेषज्ञ शामिल होंगे।
औद्योगिक विकास के लिए बिहार सरकार के प्रयास
बिहार सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई सुधार और नीतियां लागू की हैं। बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 के तहत टैक्स छूट, सब्सिडी और अन्य लाभ दिए जा रहे हैं। इसके अलावा, टेक्सटाइल, चमड़ा, लॉजिस्टिक्स, बायोफ्यूल, आईटी और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए अलग-अलग नीतियां बनाई गई हैं।
स्टार्टअप और निर्यात को बढ़ावा
स्टार्टअप बिहार नीति के तहत नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये का फंड बनाया गया है। निर्यात प्रोत्साहन नीति के जरिए स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) और एक्सपोर्ट पैकहाउस जैसी सुविधाओं के माध्यम से वैश्विक व्यापार को बढ़ावा दिया जा रहा है। सिंगल-विंडो क्लीयरेंस सिस्टम और निवेशक-अनुकूल प्रशासन के जरिए बिहार में व्यापार करने में आसानी पर जोर दिया जा रहा है।
बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के मुख्य फोकस क्षेत्र
इस साल के इवेंट में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी, और एक्सपोर्ट्स पर खास ध्यान दिया जाएगा। बिहार का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तेजी से विकसित हो रहा है, जिसमें टेक्सटाइल क्लस्टर, बैग मैन्युफैक्चरिंग, मिलिट्री फुटवियर निर्यात, इथेनॉल प्लांट्स और फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स पर काम हो रहा है।
एमएसएमई और स्टार्टअप्स को समर्थन
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति और दिव्यांग उद्यमियों को 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जा रही है। 21 से ज्यादा इनक्यूबेशन हब नवाचार को बढ़ावा देने और स्टार्टअप्स को प्लेटफॉर्म प्रदान करने में जुटे हैं।मुख्यमंत्री नितीश कुमार की उपस्थिति में महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर होंगे और प्लेनरी सत्रों में बिहार के औद्योगिक क्षमता और नीतिगत ढांचे पर चर्चा होगी।