बिहार में पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारी रुपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले का पर्दाफाश हो गया है। पटना पुलिस के अनुसार, रूपेश की हत्या रोडरेज को लेकर हुई थी। रूपेश की हत्या 12 जनवरी की शाम 6.58 बजे हुई थी। पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि रूपेश को छह गोलियां लगी थीं। आदर्श नगर रोड नंबर दो निवासी मनाेरंजन के बेटे ऋृतुराज को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि इसी व्यक्ति ने रूपेश को गोलियां मारी थीं।
भास्कर की खबर के मुताबिक पुलिस ने बताया कि इंडिगो के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की हत्या एक बाइक चोर ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर की थी। नवंबर में चोरी की बाइक से जाते समय यह अपराधी एयरपोर्ट के पास ही रुपेश की कार से टकरा गया था। टक्कर के बाद चोर और रुपेश सिंह के साथ हुई बहस हाथापाई तक पहुंच गई। इसका बदला लेने के लिए चोर ने रुपेश की हत्या कर दी। पटना के उपेंद्र शर्मा ने बुधवार दोपहर मसौढ़ी के धनरुआ में रहने वाले ऋतुराज को ही रुपेश की हत्या का आरोपी बताया।
पुलिस के मुताबिक रुपेश से पिटने के बाद आरोपी ने पटना में फोर्ड हॉस्पिटल के नजदीक कन्हाई नगर में उनकी हत्या की साजिश रची थी। लगभग डेढ़ महीने बाद मौका देखकर उसने अपने तीन साथियों के साथ 12 जनवरी को हत्याकांड को अंजाम दिया था। हत्या के बाद अगली सुबह आरोपियों को अखबार पढ़कर पता चला था कि चारों ने किस हाईप्रोफाइल शख्स की हत्या की थी। इसके बाद वारदात का मुख्य आरोपी रांची भाग गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ऋतुराज ने कई बार रुपेश की हत्या करने का प्रयास किया था। पहली बार पुनाईचक में, दूसरी बार घर के पास टर्निंग पर, तीसरी बार जब उनकी गाड़ी घर में खड़ी थी, लेकिन पुलिस की मौजूदगी की वजह से वह हत्या को अंजाम नहीं दे सका। इसका खुलासा सीसीटीवी फुटेज से हुआ।
पुलिस ने पुनाईचक में रुपेश के घर से अटल पथ, दीघा-आशियाना रोड, चितकोहरा, अनीसाबाद होते हुए बायपास तक के सीसीटीवी फुटेज को आधार पर रामकृष्णा नगर पर अपनी जांच केंद्रित की थी। पुलिस ने कहा कि कार से टक्कर और पिटाई के बाद ऋतुराज 4-5 दिन तक राजवंशी नगर क्षेत्र में घूमता रहा। उसने पुनाईचक जाकर यह कंफर्म किया कि रुपेश वहां कुसुम विला अपार्टमेंट में रहते हैं।