लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग गुट) के अध्यक्ष और जमुई के सांसद चिराग पासवान ने दबे-कुचलों को ऊपर उठाने के अपने पिता के संदेश को गांव-गांव तक पहुंचाने की अपील की है। सोमवार को चिराग कृष्णापुरी स्थित आवास पर पार्टी के जिलाध्यक्षों और पूर्व विधानसभा प्रत्याशियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में रामविलास पासवान की बरसी में नहीं आने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, चिराग पासवान ने कहा है कि रामविलास पासवान अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों के लिए संघर्षरत रहे और कोरोना काल बतौर खाद्य व आपूर्ति मंत्री पूरे देश में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के लिए खाद्य सामाग्री उपलब्ध कराने को लेकर अपनी स्वास्थ्य की अनदेखी कर प्राण की आहुति दी। 50 साल से भी ज्यादा दिनों तक राष्ट्रीय राजनीति में अपने बेदाग छवि के तहत उन्होंने हर वर्ग की लड़ाई लड़ी।
लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि लोजपा संस्थापक के प्रति गलत व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा। बैठक में पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, पूर्व विधायक उषा विधार्थी, गुप्तेश्वर राय, प्रणव कुमार, छात्र लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यामिनी रंजन मिश्रा, पार्टी के प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान भी मौजूद थे। यह जानकारी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट एवं चंदन सिंह ने दी।