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दिग्विजय सिंह ने निरस्त किया कंप्यूटर बाबा से मिलने का कार्यक्रम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इंदौर के चर्चित कंप्यूटर बाबा उर्फ नामदेव दास त्यागी से आज...
दिग्विजय सिंह ने निरस्त किया कंप्यूटर बाबा से मिलने का कार्यक्रम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इंदौर के चर्चित कंप्यूटर बाबा उर्फ नामदेव दास त्यागी से आज इंदौर जेल में जाकर मिलने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के यहां स्थित कार्यालय की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार सिंह के अचानक दिल्ली जाने के कार्यक्रम के कारण आज का इंदौर प्रवास निरस्त किया गया है। 

इसके पहले कल दिग्विजय सिंह के कार्यालय से ही जानकारी दी गई थी कि वे नौ नवंबर को भोपाल से इंदौर पहुंचकर दिन में लगभग दो बजे सेंट्रल जेल इंदौर में बंद कंप्यूटर बाबा से मुलाकात करेंगे।

समय समय पर बयानों और कृत्यों के कारण सुर्खियां में रहने वाले कंप्यूटर बाबा के कल इंदौर में स्थित आश्रम को प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के तहत ढहा दिया। बाबा ने लगभग 40 एकड़ क्षेत्र में लगभग 80 करोड़ रुपयों की सरकारी भूमि पर कब्जा करके आश्रम बनाया था। कल इस संपूर्ण भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया। इस क्षेत्र से प्रशासन को रायफल और अन्य सामग्री भी मिली है। इस सामग्री को कब्जे में लेकर मामलों की जांच की जा रही है। इस कार्रवाई के पहले ही शांति भंग करने की अाशंका के चलते कंप्यूटर बाबा समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

इंदौर से प्राप्त समाचार के अनुसार जिला प्रशासन ने कंप्यूटर बाबा के सभी अवैध निर्माण और अन्य क्रियाकलापों की जानकारी जुटा ली है और इन सबके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में आज सुबह इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) की योजना 151 में शामिल लगभग पांच करोड़ रुपए मूल्य की 20 हजार वर्ग फीट जमीन से अतिक्रमण हटाया गया। प्रशासन आज ही बाबा के इंदौर में अंबिकापुरी एक्सटेंशन मंदिर क्षेत्र में पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा।

कंप्यूटर बाबा ने अपने कथित राजनैतिक रसूख के चलते हाल के वर्षों में इंदौर जिले के अलावा राज्य में अनेक स्थानों पर इसी तरह आश्रम और अन्य स्थल बनाए हैं। बाबा के इन सभी ठिकानों की प्रशासनिक स्तर पर जांच करवायी जा रही है। इस बीच संत समुदाय से जुड़े अनेक साधुओं ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि कानून के ऊपर कोई नहीं हो सकता है।

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