पटना के जहानाबाद जनपद में एक दिन पहले कथित तौर पर पुलिस के लाठी चार्ज में अपनी जान गंवाने वाले भाजपा के महासचिव विजय सिंह की मौत के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया और "काला दिवस" मनाया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने 'हत्यारी नीतीश सरकार इस्तीफा दो', 'पटना जिला प्रशासन शर्म करो' जैसे संदेश और नारे लिखी तख्तियां ले रखी थीं। प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक संजय सिंह को बिहार विधानसभा से बाहर कर दिया गया। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के राज्य प्रमुख, सम्राट चौधरी ने कहा कि अगर नीतीश सरकार उन्हें गोली भी मार दे, तब भी वे नहीं हटेंगे।
चौधरी ने कहा, "नीतीश कुमार को बिहार में गुंडाराज चाहिए। भले ही वे हम पर एफआईआर कर दें, हमें जेल में डाल दें या गोली चला दें, हम प्रदर्शन जारी रखेंगे। हमने पुलिस को सूचित कर उनकी अनुमति ली है। हम पीछे नहीं हटेंगे।"
भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, जो वर्तमान में पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले में 8 जुलाई के पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए भाजपा तथ्य-खोज टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, ने बिहार के सीएम की तुलना उनके बंगाल समकक्ष ममता बनर्जी से करते हुए पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की।
प्रसाद ने कहा, "मैं बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं पर नीतीश कुमार की पुलिस फोर्स द्वारा किए गए हमले की निंदा करता हूं। नीतीश कुमार, जब से आप ममता बनर्जी के मित्र बने हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि आपने उनके तरीके (विपक्ष को तोड़ने के) सीख लिए हैं। तुम्हें लगता है, तुम हम पर हमला कर सकते हो ? हरा सकते हो ?"
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि गुरुवार को बिहार की राजधानी में पुलिस लाठीचार्ज के दौरान मची भगदड़ में कई बीजेपी नेताओं की पुलिस ने पिटाई कर दी, जबकि एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। उन्होंने कहा, "हमारे नेताओं को पीटा गया और लाठीचार्ज के दौरान भगदड़ में एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। उनके अंग टूट गए।"
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने भी कहा कि बिना किसी बात के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया गया। पासवान ने कहा, "बिना किसी उकसावे के भाजपा कार्यकर्ताओं पर राज्य प्रायोजित क्रूरता बरती गई। यह बंगाल में लोकतंत्र की हत्या के समान है। उन्होंने आगे बिहार के मुख्यमंत्री पर "जय प्रकाश नारायण को जेल भेजने वालों की गोद में बैठने" का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया, "नीतीश कुमार कहते हैं कि वे जय प्रकाश नारायण के अनुयायी हैं. जय प्रकाश नारायण ने अपने जीवनकाल में सदैव संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष किया। आज नीतीश कुमार जय प्रकाश नारायण को जेल भेजने वालों की गोद में बैठे हैं।"
हालांकि, जदयू नेता केसी त्यागी ने दावा किया कि एम्स, पटना के एक डॉक्टर ने कहा कि विजय सिंह के शव पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं हैं जिससे यह पता चले कि उन्हें पुलिस ने पीटा था। त्यागी ने कहा, "एम्स पटना के एक डॉक्टर के मुताबिक, (बीजेपी नेता विजय सिंह) के शरीर पर ऐसे कोई निशान नहीं हैं जिससे लगे कि उन्हें डंडों से पीटा गया हो। हालाँकि ये जांच का विषय है।"
भाजपा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राज्य में नीतीश सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के दौरान बिहार विधानसभा की ओर मार्च कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज में चोट लगने के बाद उनके एक नेता की मौत हो गई। पुलिस ने कथित तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बिहार विधानसभा तक मार्च करने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
भाजपा कार्यकर्ता संशोधित शिक्षक भर्ती नीति समेत कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी, जो विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे, ने ट्विटर पर कहा, "पटना में बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। जहानाबाद जिले के जीएस विजय कुमार सिंह की क्रूर पुलिस लाठीचार्ज में मृत्यु हो गई।" एएनआई से बात करते हुए, मोदी ने कहा कि भाजपा, आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाएगी।