लोक जनशक्ति पार्टी में दो फाड़ होने के बाद अब चिराग पासवान को एक और बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी में बंटवारे के बाद चिराग का दिल्ली स्थित 12 जनपथ का सरकारी बंगला भी हाथ से निकलने वाला हो गया है। सूत्रों के अनुसार चिराग पासवान को तीन महीने पहले ही सरकारी बंगाल खाली करने के लिए दो-तीन नोटिस जारी हो चुके हैं। वहीं भाजपा से साथ खराब होते संबंध को देखते हुए चिराग गुट के नेताओं ने बंगला खाली करने का विचार बना लिया है।
दिल्ली स्थित 12 जनपथ का सरकारी बंगला मंत्री पद के लिए आवंटित है। और पिता रामविलास पासवान के जाने के बाद चिराग पासवान केवल सांसद भर रह गए हैं। इस हिसाब से यदि सरकार सख्त होती है तो 30 साल से वहां रह रहे पासवान परिवार को बंगाला खाली करना पड़ सकता है।
सूत्रों के अनुसार लोजपा चिराग गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अब अपना ज्यादा वक्त बिहार में ही व्यतीत करेंगे। चिराग पासवान जल्द से जल्द अपनी कमबैक करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए चिराग 16 जुलाई से अपने आर्शीर्वाद यात्रा का दूसरा फेज शुरू कर रहे हैं।
चिराग पासवान के आशीर्वाद यात्रा का पहला चरण 12 जुलाई तक पूरा होना था। हाजीपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय और खगड़िया के बाद पार्टी नेताओं के मुताबिक चिराग पासवान को कटिहार, पूर्णिया और अररिया के लिए जाना था, लेकिन यात्रा को बीच में ही छोड़कर चिराग को दिल्ली जाना पड़ा है। अब इन जगहों पर उनकी आशीर्वाद यात्रा 16, 17 और 18 जुलाई को होगी।
बता दें कि पासवान परिवार के पास यह बंगला 1990 से हैं। 2009 में भी लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान हाजीपुर सीट से चुनाव हार गए थे। उस वक्त भी उनके सरकारी बंगले पर खतरा मंडरा रहा था, लेकिन लालू यादव ने उस वक्त रामविलास को राजद कोटा से राज्यसभा भेजा था जिसके बाद उनका बंगला बरकरार रहा।