भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बिहार के कई जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए अलर्ट जारी किया है और राज्य के विभिन्न भागों में अचानक हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ आने की चेतावनी दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आईएमडी द्वारा शुक्रवार को जारी बुलेटिन में कहा गया है कि पश्चिम और पूर्वी चंपारण, सीतामढी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है।
विभाग ने कहा, “इन जिलों में अगले 24 घंटे में हल्की से मध्यम स्तर की बाढ़ आने का खतरा है।” राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों के प्रशासन को अलर्ट रहने और पूर्वानुमान के मद्देनजर ऐहतियाती कदम उठाने को कहा है।
अधिकारियों ने बताया कि बक्सर, भोजपुर, सारण, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर समेत गंगा के किनारे स्थित लगभग 12 जिले पहले से ही बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं और मूसलाधार बारिश के बाद नदियों के बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में रहने वाले लगभग 13.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रभावित जिलों से बड़ी संख्या में लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। बिहार जल संसाधन विभाग ने उफनती कोसी और गंडक नदियों के किनारे के इलाकों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो-तीन दिन से जारी बारिश के बाद राज्य में कई नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा के कारण सीमावर्ती जिलों में कई स्थानों पर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर या उससे ऊपर पहुंच गया है।
जल संसाधन विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बिहार में अधिकारियों ने गंडक नदी पर स्थित वाल्मीकिनगर बैराज के कुछ गेट खोल दिए और शनिवार सुबह आठ बजे 6.87 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने शनिवार सुबह आठ बजे कोसी बीरपुर बैराज से 7.54 लाख क्यूसेक पानी भी छोड़ा।