बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उम्मीद जताई है कि सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में चल रही सीबीआई जांच सच्चाई सामने लाएगी।
सोमवार को पटना में पार्टी कार्यालय से वर्चुअल रैली के माध्यम से जनता दल-यूनाइटेड के चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए नीतीश ने कहा कि अभिनेता सुशांत की मौत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि राज्य और देश के करोड़ों लोगों को प्रभावित किया है।
"मुझे विश्वास है कि सीबीआई जांच सुशांत मामले में सबकी संतुष्टि के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी।"
लगभग तीन घंटे तक चले एक मैराथन भाषण में, मुख्यमंत्री ने पिछले 15 वर्षों में अपने कार्यकाल की सभी उपलब्धियों पर चर्चा की और इसकी तुलना 1990 से 2005 के बीच लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले शासन के साथ की। वहीं 14 जून को मुंबई में अपने बांद्रा स्थित आवास पर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए 34 वर्षीय बॉलीवुड अभिनेता को श्रद्धांजलि देकर अपने भाषण का समापन किया।
मुंबई में पुलिस जांच का जिक्र किए बिना उन्होंने कहा, "भारी संख्या में लोगों ने उनके साथ जबरदस्त आत्मीयता दिखाई है, लेकिन हमने देखा कि उसके बाद क्या चल रहा था।" “जिस तरह से इसकी जांच होनी चाहिए थी वह नहीं की जा रही थी। इसीलिए जब हमें मौका मिला, हमने तुरंत एक जांच शुरू की और बाद में 4 अगस्त को सुशांत के पिता की सहमति से सीबीआई जांच की सिफारिश की, जिसे अगले दिन स्वीकार कर लिया गया। ”
जेडी-यू अध्यक्ष जो इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में लगातार चौथी जीत का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, ने कहा, "मुझे यकीन है कि सुशांत मामले में न्याय किया जाएगा।"
अपने भाषण के दौरान, नीतीश ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से राजद शासन की वास्तविक तस्वीर के बारे में मतदाताओं की नई पीढ़ी को अवगत कराने का आह्वान किया, जब राज्य में भय के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "हमने अपने कार्यकाल के दौरान अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखी है। और अगर हमें लोगों का जनादेश एक बार फिर से मिला, तो हम न्याय के साथ विकास के अपने एजेंडे के साथ राज्य की सेवा करना जारी रखेंगे।"
गौरतलब है कि बिहार में एक नई सरकार 29 नवंबर से पहले शपथ लेने वाली है। भले ही विपक्षी दलों जैसे राष्ट्रीय जनता दल ने कोरोनावायरस महामारी के कारण चुनाव स्थगित करने की मांग की हो, मगर चुनाव आयोग ने पहले ही घोषणा कर दी है कि बिहार में तय कार्यक्रम के अनुसार चुनाव आयोजित होंगे। सुशांत की मौत का मामला एक भावनात्मक मुद्दे के रूप में सामने आया है, जिसे हर पार्टी बिहार के चुनावों में भुनाने के लिए उत्सुक दिख रही है।