राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव दिल्ली से पटना पहुंच गए हैं। लालू यादव बेटी मीसा भारती के साथ दिल्ली से पटना पहुंचे हैं। पटना हवाई अड्डा पर पार्टी कार्यकर्ताओं और लालू समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा था। कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए मीसा भारती अलग गाड़ी से मां राबड़ी देवी के आवास पहुंचीं। वहीं, लालू प्रसाद यादव बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ अलग गाड़ी से 10 सर्कुलर रोड पहुंचे। लालू यादव को काफी पहले ही बिहार आना था, लेकिन जमानत मिलने के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते वह 25 मई को पटना पहुंचे। लालू यादव ऐसे समय बिहार पहुंचे हैं, जब जातिगत जनगणना, राज्यसभा चुनाव और सीबीआई द्वारा राजद प्रमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक और मामला दर्ज होने के मुद्दों पर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। वहीं, राजद में भी सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है।
प्रसाद अपनी सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती के साथ पटना पहुंचे, जिनके दिल्ली आवास पर वह चारा घोटाला मामलों में झारखंड हाई कोर्ट द्वारा पिछले महीने जमानत पर रिहा होने के बाद से रुके थे। चेहरे पर नकाब लगाए व्हीलचेयर पर बैठ तेजतर्रार नेता का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर राजद समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद थी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को सीधे उनकी कार में बैठाया गया, जिससे उन्हें सीधे उनकी पत्नी राबड़ी देवी के आवास पर ले जाया गया। वहीं, एयरपोर्ट पर लंबे समय से इंतजार कर रहे पत्रकारों को निराशा भी हुई।
बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर अब तक राजद ने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, माना जाता है कि लालू एक दो दिनों में प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे। इधर, जातीय जनगणना को लेकर बिहार में गरमाई सियासत के बीच लालू का पटना पहुंचना महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजद खेमे में, राज्यसभा टिकट के उम्मीदवारों में मीसा भारती शामिल हैं, जिनका लगातार दूसरा कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है। हालांकि, पत्रकारों द्वारा इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि उनके पिता, राष्ट्रीय अध्यक्ष, उचित समय पर घोषणा करेंगे।
विधानसभा में अपनी बढ़ी हुई संख्या के साथ राजद को शेष दो सीटों में से दो पर जीत की उम्मीद है। जबकि मीसा भारती की उम्मीदवारी लगभग तय है, दूसरी सीट के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जिनमें सबसे प्रमुख पार्टी के पूर्व प्रमुख शरद यादव हैं, जिन्हें 2017 में राज्यसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। यादव से अलग हुए गुट लोकतांत्रिक जनता दल का राजद में विलय हो गया है।
शेष दो सीटों पर जीत की संभावना जता रही भाजपा ने भी अभी तक अपने उम्मीदवारों के नाम नहीं बताए हैं। बता दें कि राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करना बुधवार को शुरू हुआ और 31 मई को समाप्त होगा।