बिहार के पूर्व मंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के तारापुर से विधायक मेवालाल चौधरी का कोरोना संक्रमण से आज यानी सोमवार तड़के निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि चौधरी तीन दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए थे। सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, उनकी तबियत में सुधार नहीं हो रहा था। इलाज के दौरान सोमवार तड़के उनका निधन हो गया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री एवं विधायक मेवालाल चौधरी के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की है।
नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने शोक संदेश में कहा, "चौधरी एक कुशल राजनेता, प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं प्रख्यात समाजसेवी थे। वह मृदुभाषी एवं सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। उनके निधन से मैं व्यक्तिगत रूप से मर्माहत हूं। उनका निधन बहुत ही दुखद है। उनके निधन से शिक्षा, राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है।"
चौधरी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुंगेर जिले में 04 जनवरी 1953 को जन्में श्री मेवालाल चौधरी ने कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री तथा पीएचडी की प्रतिष्ठा हासिल की। वह राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर और बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के कुलपति रहे। वह बिहार में कृषि विकास के लिए बनाए गए रोडमैप की प्रारूप समिति के सदस्य भी थे।