देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। रोजाना हजारों नए मरीज मिल रहे हैं। इस बीच सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुलाए गए जनता दरबार में अजीबोगरीब स्थिति देखने को मिली। सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आए छह लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
जनता दरबार में पहुंचे लोगों की जब कोरोना जांच कराई गई तो 6 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। फरियादियों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद जनता दरबार कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।
बता दें कि हर सोमवार को नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री सचिवालय में जनता दरबार लगाते हैं, जहां प्रदेश के अलग-अलग जिलों से फरियादी उनसे मिलने आते हैं।
Six people, who were in Patna to attend Bihar CM's 'Janta Darbar', tested positive for COVID-19: Official
— ANI (@ANI) January 3, 2022
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कोरोना की तीसरी लहर खत्म होने तक जनता दरबार को स्थगित करने की मांग की है। मांझी ने ट्वीट कर जनता दरबार को स्थगित करने की मांग की है।
बढते हुए कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मा.मुख्यमंत्री @NitishKumar जी से आग्रह है कि जनता दरबार कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित रखा जाए,राज्यहित में यह कारगर फैसला होगा।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 3, 2022
गौरतलब है कि बिहार में एक बार फिर कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। बीते सात दिनों में 13 गुना से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। नए मरीजों के मिलने का सिलसिला बढ़ने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है। इस बीच पिछले 24 घंटे में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में भी 84 डॉक्टर संक्रमण के शिकार हो गए है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में रविवार को 352 नए कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है, जबकि 27 दिसंबर को केवल 26 नए मामले सामने आए थे।