प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर मिलने का समय दे दिया है। 23 अगस्त को राजधानी दिल्ली में बिहार के प्रतिनिधि मंडल के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को यह बात कही। प्रधानमंत्री की ओर से समय मिलने पर मुख्यमंत्री ने आभार जताया। बता दें कि मुख्यमंत्री ने तीन अगस्त को ही पीएम मोदी को पत्र लिखा था, जिसका जवाब नीतीश कुमार को मिल गया है। नीतीश कुमार ने गुरुवार को ट्वीट कर मुलाकात की तारीख के बारे में बताया है।
नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा, ‘जाति आधारित जनगणना करने के लिए बिहार के प्रतिनिधिमंडल के साथ आदरणीय प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था। आदरणीय प्रधानमंत्री का बहुत-बहुत धन्यवाद कि 23 अगस्त को मिलने का उन्होंने समय दिया।” अब यह तय हो गया है कि जातीय जनगणना को लेकर नीतीश कुमार की मुलाकात प्रधानमंत्री से होगी।
गौरतलब है कि बिहार में विपक्ष के नेताओं ने तेजस्वी प्रसाद यादव की अगुआई में 30 जुलाई को विधानसभा में मुख्यमंत्री के कक्ष में मुलाकात कर जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखने का आग्रह किया था। विपक्षी नेताओं की मांग थी कि बिहार का प्रतिनिधिमंडल सीएम के नेतृत्व में पीएम से मिलकर जातिगत जनगणना कराने पर अपनी बात रखें। इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार अगर देश में जातिगत जनगणना नहीं कराती है तो बिहार सरकार अपने खर्च पर यह जनगणना कराने पर विचार कर सकती है। साथ ही पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखकर जातिगत जनगणना कराने का आग्रह किया था।