पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने बुधवार को भाजपा पर इसके खिलाफ 'साजिश' करने और भाजयुमो नेता की हत्या के मामले में उसे फंसाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेत्तर की हत्या के सिलसिले में मंगलवार को मैसूर, कोडागु और दक्षिण कन्नड़ जिलों को कवर करते हुए एनआईए ने कर्नाटक में 33 स्थानों पर तलाशी ली। नेत्तर की 26 जुलाई को उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह दक्षिण कन्नड़ जिले में अपनी मुर्गी की दुकान बंद करके घर लौट रहे थे।
पीएफआई के राज्य सचिव एके अशरफ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "आपने मंगलवार से हो रहे घटनाक्रम को देखा है। हम उस प्रणाली को देख सकते हैं जिसमें भाजपा नेत्तर की हत्या के मामले में एनआईए का दुरुपयोग कर रही है ताकि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नेताओं और सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई के बहाने मुसलमानों को निशाना बनाया जा सके।"
उन्होंने कहा कि पीएफआई संगठन के खिलाफ भाजपा सरकार की साजिश की कड़ी निंदा करता है। अशरफ ने कहा कि दक्षिण कन्नड़ जिले में सिलसिलेवार हत्याओं के अलावा, राज्य के अन्य हिस्सों में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें शिवमोग्गा में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या भी शामिल है। उन्होंने मांग की कि जिन घटनाओं में मुस्लिम मारे गए हैं, उन मामलों की गहन जांच के लिए एनआईए को मामले दिए जाने चाहिए।