पात्रा ने कहा कि कांग्रेस में यह चलन बन गया है कि इसके प्रस्ताव एवं इसका नेतृत्व किसी और स्वर में बोलते हैं, जबकि इसके कई अन्य नेता किसी और स्वर में बात करते हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस पाकिस्तानी सेना एवं आतंकवादियों को ऑक्सीजन देने तथा उनका मनोबल बढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ती।’’
चन्नी ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा था कि 40 भारतीय सैनिक मारे गए और सरकार ने चुनाव आने पर कार्रवाई का दावा किया।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘लेकिन हमने कभी नहीं देखा कि पाकिस्तान में कहां हमले किए गए और कहां लोग मारे गए। अगर कोई हमारे देश में बम फेंके, तो क्या लोगों को पता नहीं चलेगा? उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने का दावा किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ था। ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कहीं नहीं देखी गई और किसी को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इन हमलों का सबूत मांगा था, चन्नी ने कहा, ‘‘मैं हमेशा से इसकी (सबूत की) मांग करता रहा हूं।’’
इस पर भाजपा द्वारा हमला किए जाने के बाद कांग्रेस नेता ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि किसी सबूत की जरूरत नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा कि मोदी सरकार के रुख पर सवाल उठाने के लिए एक पाकिस्तानी सांसद ने अखिलेश यादव जैसे विपक्षी दलों के नेताओं और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे दलों को उद्धृत किया था तथा अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी पड़ोसी देश में प्रशंसा पाने के लिए इन नेताओं में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं।
पात्रा ने पहलगाम आतंकी हमले से संबंधित कई कांग्रेस नेताओं की अन्य विवादास्पद टिप्पणियों का हवाला देते हुए पार्टी की आधिकारिक घोषणाओं और उसके सदस्यों की सार्वजनिक टिप्पणियों में अंतर को लेकर पार्टी की आलोचना की।
उन्होंने आतंकवादी हमले के बारे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, महाराष्ट्र के विधायक विजय वडेट्टीवार, हिमाचल प्रदेश के मंत्री इंदर सिंह और राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाद्रा की टिप्पणियों पर नाराजगी जताई।
पहलगाम हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
पात्रा ने आरोप लगाया कि उन्होंने युद्ध की आवश्यकता पर सवाल उठाया है और पूछा है कि क्या आतंकवादियों ने वास्तव में लोगों का धर्म पूछा था।
उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस के आधिकारिक रुख की ईमानदारी पर सवाल उठता है।
पात्रा ने कहा कि यह महज संयोग नहीं है, बल्कि यह एक तरीका है।
भाजपा नेता ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेताओं की इस तरह की विवादास्पद टिप्पणियों से सशस्त्र बलों और आम तौर पर भारतीयों का मनोबल कम नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार से आतंकवादी हमले के बाद अपनी रणनीति बताने को कहा है।
पात्रा ने कहा कि जैसे ही कांग्रेस नेताओं को सरकार की योजनाओं के बारे में पता चलेगा, वे पाकिस्तान को संदेश देने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने इस संदर्भ में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पाकिस्तान यात्रा को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा द्वारा उन पर बार-बार किए गए हमले का भी जिक्र किया। पात्रा ने कहा कि शर्मा ने यह भी कहा है कि गोगोई के बच्चे भारतीय नागरिक नहीं हैं।