महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि पिछले ढाई साल में राज्य में रुकी मेट्रो और अन्य परियोजनाओं को उनकी सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर लिया है।
शिंदे ने कहा, "हम मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में बैठकर निर्णय नहीं लेते हैं, हम मौके पर निर्णय लेते हैं। हमारी सरकार ने नकारात्मकता को हटाकर राज्य में सकारात्मकता लाई है। इससे नागरिकों में 'नव चैतन्य' (नई चेतना) आई है।"
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इस साल जून के अंत में सत्ता में आने के बाद हजारों फाइलों को मंजूरी दी थी।
नवी मुंबई में मथाडी नेता दिवंगत अन्नासाहेब पाटिल की स्मृति में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल में राज्य में जो उद्योग आए हैं, उनकी सूची देखनी होगी।
शिंदे ने कहा, "हम यहां सत्य (सत्य) के लिए हैं, न कि सत्ता के लिए। शिंदे ने यह भी कहा कि उनकी "डबल इंजन सरकार" थी और विरोधियों को इससे डर लगता था।
शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ उनके नेतृत्व में विद्रोह के बाद शिंदे इस साल 30 जून को मुख्यमंत्री बने, जिसके कारण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई, जिसमें सेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल थीं।
सीएम ने कहा कि वह किसी पर टिप्पणी नहीं करेंगे और महाराष्ट्र के लोगों ने पिछले ढाई साल में काम की गति को खुद देखा है। उन्होंने कहा, "पिछले ढाई साल से रुकी मेट्रो समेत राज्य में परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया गया है।" शिंदे ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा लिए जा रहे कई फैसलों के साथ राज्य के नागरिकों ने अब बदलाव देखा है।