नए साल के आगमन के साथ ही भगवान श्री रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए जिला मुख्यालय के लगभग सभी होटल बुक हो गये हैं. इस बीच, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के दर्शन का समय बढ़ा दिया है और अपेक्षित भीड़ को प्रबंधित करने के लिए व्यापक व्यवस्था लागू की है.इस साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी.
अयोध्या जिला मुख्यालय में लगभग सभी होटलों के कमरे बुक हो चुके हैं. अयोध्या में एक स्थानीय होटल के मालिक अंकित मिश्रा ने कहा, "हम इस नए साल में श्रद्धालुओं का स्वागत करने को लेकर उत्सुक हैं. हमारे सभी कमरे 15 जनवरी तक के लिए पहले से बुक हो चुके हैं." शनिवार सुबह जब जांच की गयी, तो एक ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म ने दिखाया कि कुछ होटलों और लॉज में अब भी कमरे उपलब्ध हैं, हालांकि कुछ होटल मांग में वृद्धि के कारण प्रति रात एक कमरे का 10,000 रुपये से अधिक शुल्क ले रहे हैं.
इस साल की शुरुआत में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से अयोध्या में धार्मिक पर्यटन में वृद्धि देखी गई है, जबकि चैत्र (मार्च-अप्रैल) में हिंदू नववर्ष का पारंपरिक महत्व है. स्थानीय पुजारी रमाकांत तिवारी ने कहा, "बड़ी संख्या में भक्त धार्मिक स्थलों पर जाते हैं और एक जनवरी को पूजा-अर्चना करते हैं, ताकि साल की शुरुआत में रामलला का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें."
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजकरण नैयर ने कहा, "राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, लता चौक, गुप्तार घाट, सूरजकुंड और अन्य लोकप्रिय स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे." मंदिर ट्रस्ट ने भी खासकर 30 दिसंबर से जनवरी के पहले दो हफ्तों के बीच बढ़ती भीड़ को संभालने के लिए व्यापक तैयारी की है. ट्रस्ट के एक व्यक्ति ने कहा, "सभी भक्तों के लिए एक सहज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए दर्शन का समय बढ़ाया गया है और विशेष व्यवस्था की गई है."
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी क्षेत्रों के सैकड़ों गणमान्य लोगों ने भाग लिया, जिससे अयोध्या और राज्य में पर्यटन में तेजी से बढ़ा. राज्य पर्यटन विभाग के अनुसार, 2022 में 32.18 करोड़ पर्यटक उत्तर प्रदेश आए जबकि 2024 के पहले छह महीनों पर्यटकों की संखअया 32.98 करोड़ रही. प्रदेश सरकार ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा था कि पर्यटन में उल्लेखनीय वृद्धि अयोध्या और काशी (वाराणसी) के महत्वपूर्ण योगदान के कारण हुई है. सरकार ने कहा, "पिछले साल जनवरी में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन के बाद, उत्तर प्रदेश में छह महीने के भीतर लगभग 11 करोड़ पर्यटकों की आमद हुई. अकेले जनवरी में, रिकॉर्ड तोड़ सात करोड़ पर्यटकों ने दौरा किया, जो किसी एक महीने में किसी भी स्थान पर आने वाले आगंतुकों की सबसे अधिक संख्या है."