किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने दावा किया है कि पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त नहीं किया है बल्कि पिछले सप्ताह राज्य पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को विभिन्न जेलों से रिहा किए जाने के बाद उन्होने महज एक गिलास पानी पीया था।
पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने शुक्रवार को शीर्ष अदालत को बताया कि राज्य सरकार ने 19 मार्च को हरियाणा के साथ लगी खनौरी और शंभू सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को हटा दिया था और धरने के कारण अवरुद्ध सड़कों और राजमार्गों को खोल दिया था।
उस दिन पंजाब पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों और उनके कुछ नेताओं को हिरासत में भी लिया था।
एक अन्य किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने भी शनिवार को कहा कि जब डल्लेवाल को किसानों की हिरासत के बारे में पता चला तो उन्होंने तब तक पानी लेने से इनकार कर दिया जब तक कि सभी किसानों की रिहाई नहीं हो जाती।
कोटड़ा ने कहा कि किसानों को रिहा किये जाने के बाद उन्होंने पानी लिया।
डल्लेवाल (70) संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के संयुक्त मंच के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने पिछले साल 26 नवंबर को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी ताकि केंद्र पर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)(प्रदान करने की कानूनी गारंटी सहित उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा सके।
जनवरी में केंद्र द्वारा किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद, डल्लेवाल ने खनौरी विरोध स्थल पर चिकित्सा सहायता लेना शुरू कर दिया था, लेकिन अपना अनशन समाप्त नहीं किया था।
पुलिस ने 19 मार्च की कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए सरवन सिंह पंधेर, अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा और अन्य कई किसान नेताओं को शुक्रवार को रिहा कर दिया गया।
किसान मजदूर मोर्चा के नेता पंधेर को मुक्तसर जेल से रिहा किया गया, जबकि कोहाड़, कोटरा और कुछ अन्य किसान नेताओं को पटियाला केंद्रीय जेल से रिहा कर दिया गया।
रिहाई के बाद शुक्रवार को किसान नेताओं ने अस्पताल में डल्लेवाल से मुलाकात की।