कोलकाता के सरकारी अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना के विरोध में बृहस्पतिवार को शहर में कई जगहों पर रैलियां निकाली जाएंगी और प्रदर्शन किए जाएंगे। विभिन्न राजनीतिक दल और कई समाजिक संगठन दिन में सड़कों पर उतर कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि पुलिस द्वारा ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आंदोलन को रोकने’’ के प्रयासों के बावजूद, पार्टी बृहस्पतिवार को मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन करेगी। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मजूमदार ने कहा कि भाजपा ने परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना को लेकर’’ सही दिशा में जांच न करने और मुख्य अपराधियों को बचाने के निरंतर प्रयासों’’ के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के पश्चिम बंगाल सह-प्रभारी अमित मालवीय ने बुधवार को कहा, ‘‘कलकत्ता उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद, पुलिस पार्टी को धरने के लिए डोरीना क्रॉसिंग, धर्मतला में मंच बनाने की अनुमति नहीं दे रही है। धरना तय कार्यक्रम के अनुसार निर्धारित स्थान पर होगा, लेकिन ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस आयुक्त को बहुत से सवालों के जवाब देने होंगे।’’
कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद अधीर चौधरी मृतक महिला चिकित्सक के लिए न्याय की मांग को लेकर शहर के उत्तरी हिस्से में कॉलेज स्क्वायर से श्यामबाजार तक पार्टी द्वारा निकाली जाने वाली रैली की अगुवाई करेंगे। ‘पाथेर दावी’ नामक संगठन महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए महिलाओं के अधिकार के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं, विद्यार्थियों और पेशेवरों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में एक रैली निकालेगा।
आयोजकों में से एक अदिति रॉय ने कहा, ‘‘मणिपुर से हाथरस तक, उन्नाव से कामदुनी तथा आर जी कर तक, हम सभी दुष्कर्म पीड़िताओं के लिए न्याय की मांग करेंगे।’’ रैली शहर के उत्तरी हिस्से में कॉलेज स्क्वायर से शुरू होगी और एस्प्लेनेड इलाके में समाप्त होगी।
पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर की हड़ताल बृहस्पतिवार को 21वें दिन भी जारी रही। चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ड्यूटी पर लौटने की अपील को मानने से इनकार कर दिया है।
प्रदर्शनकारी एक चिकित्सक ने कहा, ‘‘हम तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे, जब तक कि इस जघन्य अपराध के मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता।’’
प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने कॉलेजों में चुनाव, चिकित्सा सुविधाओं के संबंध में निर्णय लेने वाली सभी समितियों में जूनियर चिकित्सकों तथा छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने तथा कार्यस्थलों पर सुरक्षा उपायों की भी मांग की है।
तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद द्वारा बुधवार को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, ‘‘चिकित्सकों के इस मुद्दे के प्रति शुरू से ही मेरी सहानुभूति रही है, क्योंकि वे अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद हमने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। हम आपका दर्द समझते हैं, लेकिन कृपया अब काम पर लौट आएं क्योंकि मरीज परेशान हैं।’’
पुलिस को नौ अगस्त को महिला परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सम्मेलन कक्ष में मिला था।