अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के करीबी और टेक्सास के हेज फंड मैनेजर जेंट्री बीच ने हाल ही में पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्किये का दौरा किया है। इस यात्रा का मकसद इन देशों में अरबों डॉलर के निवेश की संभावनाएं तलाशना था, खासकर दुर्लभ खनिज, तेल और गैस, एयरोस्पेस, रक्षा और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में।
जनवरी में पाकिस्तान यात्रा के दौरान बीच ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से इस्लामाबाद में मुलाकात की। इस बैठक में देश के वित्त मंत्री और विदेश मंत्री भी मौजूद थे। इसके बाद फरवरी में दुबई में आयोजित वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट के दौरान प्रधानमंत्री से फिर मुलाकात हुई।
बांग्लादेश में, बीच ने 29 जनवरी को मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस से बातचीत की और निवेश के आश्वासन दिए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों की ओर से बड़े पैमाने पर पूंजी इन क्षेत्रों में लगाई जा सकती है।
बीच का नाम पहले भी विवादों में रहा है। 2018 में 'द गार्जियन' ने खुलासा किया था कि उन्होंने 2016 के अमेरिकी चुनाव के दौरान ट्रंप के लिए भारी फंडिंग की थी, जिससे उन्हें प्रशासन में शीर्ष स्तर की पहुंच मिली थी। वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंधों को हल्का करने और वहां व्यापार के लिए दरवाज़े खोलने की कोशिशों में भी उनका नाम सामने आया था।
बीच की यह हालिया पहल बताती है कि भले ही वह सीधे तौर पर ट्रंप प्रशासन का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उनके कारोबारी संबंध और विदेशों में सक्रियता अमेरिकी विदेश नीति और सुरक्षा पर असर डाल सकती है।