भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी नारायणन ने कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के रणनीतिक उद्देश्य के लिए कम से कम 10 उपग्रह लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
इम्फाल में कल केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (सीएयू) के 5वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए इसरो प्रमुख ने पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संगठन के प्रयासों पर प्रकाश डाला।इसरो अध्यक्ष ने कहा, "देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के रणनीतिक उद्देश्य से कम से कम 10 उपग्रह लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।"
वी नारायणन ने कहा, "आप सभी हमारे पड़ोसियों के बारे में जानते हैं। अगर हमें अपने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, तो हमें अपने उपग्रहों के माध्यम से सेवा करनी होगी। हमें अपने 7,000 किलोमीटर के समुद्री तट क्षेत्रों की निगरानी करनी होगी। हमें पूरे उत्तरी भाग पर लगातार नज़र रखनी होगी। उपग्रह और ड्रोन तकनीक के बिना, हम यह हासिल नहीं कर सकते।"
पिछले कुछ दिनों से उत्तरी और पश्चिमी अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के इलाकों में रात के समय मची अफरातफरी और झड़पों के बाद, मई की दरम्यानी रात में यह क्षेत्र काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा।
सेना के अनुसार, जम्मू एवं कश्मीर तथा अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे अन्य क्षेत्र शांत हैं तथा युद्ध विराम समझौते के उल्लंघन की कोई घटना सामने नहीं आई है।
सेना ने कहा कि भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के जवाब में पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से की गई गोलीबारी, भारी गोलाबारी और ड्रोन हमलों के बाद हाल के दिनों में यह पहली शांत रात थी। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध में शुरू किया गया था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में प्रमुख आतंकवादी स्थलों को नष्ट कर दिया गया था।
पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पंजाब और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी और ड्रोन हमलों की कोशिशें देखने को मिल रही हैं, जिनका उद्देश्य क्षेत्र में शांति को भंग करना है। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली द्वारा काफी हद तक नाकाम कर दिया गया।
रविवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (सैन्य संचालन महानिदेशक), वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद (नौसेना संचालन महानिदेशक) और एयर मार्शल ए के भारती (वायु संचालन महानिदेशक) ने संयुक्त रूप से भारत के ऑपरेशन सिंदूर के प्रमुख परिणामों का खुलासा किया।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने अपने समकक्ष के साथ हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पड़ोसी देशों की ओर से सीमा पार से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई। उन्होंने कहा कि शत्रुता समाप्त होने के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तानी सेना ने इन सहमतियों का उल्लंघन किया।