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कश्मीर: पांच महीने में 103 आतंकी ढेर, पाकिस्तान ने 1170 बार सीजफायर का उल्लंघन किया

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय...
कश्मीर: पांच महीने में 103 आतंकी ढेर, पाकिस्तान ने 1170 बार सीजफायर का उल्लंघन किया

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय सुरक्षाबलों ने 2019 में (जनवरी से 6 जून तक) करीब पांच महीनों में जम्मू-कश्मीर में 103 आतंकियों को मार गिराया है। वहीं, इस दौरान पाकिस्तान ने 1,170 बार सीजफायर का उल्लंघन किया। रक्षा विभाग के सूत्रों इस बात की जानकारी दी है।

न्यूज एजेंसी ने रक्षा विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया कि 2018 में भारतीय सुरक्षाबलों के द्वारा मारे गए आतंकियों की संख्या 254 थी। इस दौरान पाकिस्तान ने 1,629 बार सीजफायर उल्लंघन किया था। 12 दिसंबर 2018 को गृह मंत्रालय ने बताया था कि राज्य में आतंकी घटनाएं दोगुनी हुई हैं।

शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों मार गिराया

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना ने पुलिस बल छोड़ने वाले दो विशेष पुलिस अधिकारियों सहित जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादी मार गिराए थे। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि विश्वसनीय खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के लिटर इलाके के पंजरान में घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया।

2018 तक 238 आतंकी गतिविधियों को नाकाम किया

सुरक्षाबलों ने 2 दिसंबर 2018 तक 238 आतंकी गतिविधियों को नाकाम किया था। हालांकि, आतंकियों के साथ मुठभेड़ और हमलों में 86 जवान और 37 नागरिकों की जान गई थी। 2017 में ऑपरेशन ऑलआउट चलाया गया था। इसके अंतर्गत 329 आतंकी गतिविधियों को नाकाम किया गया था। 200 आतंकी मारे गए, जबकि 74 जवान और 36 नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी। 2016 में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी समेत 150 आतंकियों को ढेर किया गया था। इस दौरान 82 जवान और 15 आम नागरिकों की जान गई थी।

युवाओं को आतंकी बनने से रोकने के लिए बेहतर उपाय तलाशने होंगे

हाल ही में सेना के अफसरों बताया था कि मार्च से 31 मई 2019 तक 50 युवा विभिन्न आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं का आतंकी संगठनों से जुड़ना चिंता का विषय है। अफसरों के मुताबिक, हमें सुरक्षा बनाए रखने के लिए और युवाओं को आतंकी बनने से रोकने के लिए बेहतर उपाय तलाशने होंगे। युवाओं को कट्टरता के रास्ते पर जाने से रोकने के लिए उनके परिवारों को भी शिक्षित करना होगा।

घाटी में चलाया जा रहा है ऑपरेशन ऑल आउट

बता दें कि सेना और स्थानीय पुलिस की मदद से चलाया जा रहा ऑपरेशन ऑल आउट इस समय घाटी में आतंकवादियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। घाटी में आतंकी ऑपरेशन ऑल आउट से बौखलाए हुए हैं और वह लगातार सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर रहे हैं। यहां तक कि रिहायशी इलाकों को भी आतंकियों द्वारा निशान निशाना बनाया जा रहा है।

 

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