नक्सलियों के खिलाफ ताजा कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के कम से कम 30 सदस्यों को मार गिराया। इसके साथ ही इस साल अब तक राज्य में मुठभेड़ों में 113 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 97 बस्तर संभाग में मारे गए, जिसमें बीजापुर और कांकेर सहित सात जिले शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले में 26 नक्सली मारे गए, जबकि कांकेर में बीएसएफ और राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों की संयुक्त टीम ने चार नक्सलियों को मार गिराया। अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर में हुई मुठभेड़ में एक पुलिस जवान भी मारा गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने इन दो मुठभेड़ों के साथ देश को नक्सल मुक्त बनाने की अपनी मुहिम में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। शाह ने हिंदी में एक्स पर लिखा, "मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ निर्मम तरीके से आगे बढ़ रही है और उन नक्सलियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है जो आत्मसमर्पण से लेकर समावेश तक की तमाम सुविधाएं दिए जाने के बावजूद आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं। अगले साल 31 मार्च तक देश नक्सल मुक्त हो जाएगा।"
एक अधिकारी ने बताया कि बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर स्थित जंगल में सुबह करीब सात बजे मुठभेड़ हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने पीटीआई को बताया कि घटनास्थल से 26 नक्सलियों के शवों के अलावा आग्नेयास्त्र और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में डीआरजी इकाई का एक जवान भी शहीद हो गया। कांकेर के पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि सुबह कांकेर और नारायणपुर जिलों की सीमा पर जंगल में एक और मुठभेड़ हुई, जब डीआरजी और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। उन्होंने बताया कि कार्रवाई के बाद चार नक्सलियों के शव और स्वचालित हथियार बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि दोनों मुठभेड़ स्थलों पर तलाशी अभियान जारी है।