देश और दुनिया में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में 678 नए मामले आए हैं और 33 लोगों की मौत हुई है। अब तक 6,412 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और इनमें से 199 लोगों की मौत हुई है। 504 मरीज ठीक हुए हैं। मंत्रालय ने कहा कि देश में अभी तक कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है. लेकिन अलर्ट रहने की जरूरत है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में टेस्टिंग की रफ्तार भी तेजी से बढ़ी है। जनवरी में हमने एक लैब से काम शुरू किया, उसे बढ़ाकर 15 पहुंचाया और आज 146 सरकारी लैब हैं, 67 निजी लैब हैं जिनके 16 हजार से ज्यादा कलेक्शन सेंटर हैं। उन्होंने बताया कि जनवरी में हम रोजाना 100 टेस्ट कर रहे थे। एक हफ्ते पहले तक 5-6 हजार टेस्ट कर रहे थे लेकिन कल (गुरुवार) हमने 16,002 टेस्ट किए। इनमें से करीब 2 प्रतिशत मामले ही पॉजिटिव आए हैं। यानी 320 टेस्ट ही संक्रमित निकले। एकत्र किए गए नमूनों के आधार पर, संक्रमण दर अधिक नहीं है।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट पर्याप्त है
लव अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में हैं और उनके साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार हमारे लिए हानिकारक है। उनके साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं उनके मनोबल को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी घरेलू जरूरत एक करोड़ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट की है, जबकि हमारे पास अभी 3.28 करोड़ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट उपलब्ध हैं। इसके अलावा 2 से 3 करोड़ की अतिरिक्त सप्लाई की व्यवस्था कर रखी है।
दवा के कई देशों से अनुरोध मिले हैं
विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि भारत को कई देशों से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के लिए अनुरोध मिले हैं। जरूरत के अलावा कुछ दवाओं का निर्यात करने का फैसला लिया गया है। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कोविड-19 के हालात पर कहा कि भारत ने गुरुवार को 20,473 विदेशी नागरिकों को उनके देश वापस भेजा। उन्होंने बताया कि स्थिति का आकलन करने की जरूरत है, उसके बाद के चरणों में अन्य देशों से भारतीयों को लाने के बारे में फैसला लिया जाएगा।
राज्यों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने को कहा गया है
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि राज्यों से लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए कहा गया है। कोई सामाजिक, धार्मिक जमावड़ा या जुलूस न निकलने दें। कोई आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित न हो इसके लिए सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने सीमा सुरक्षा अधिकारियों के साथ भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने सीमापार के उन क्षेत्रों में विशेष रूप से सुरक्षा कड़ी करने का आदेश दिया, जहां कोई आवाजाही की अनुमति नहीं है।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ अधिकारियों से सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को कोविड-19 से अवगत कराने और इसके प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया गया है।