आप गुजरात इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया को राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष के ऑफिस में प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए दिल्ली पुलिस ने छोड़ दिया है। उन्हें गुरुवार को ढाई घंटे से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया। आयोग ने गुरुवार सुबह इटालिया को पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी करने के संबंध में नोटिस भेजा था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि इटालिया के समर्थक राष्ट्रीय महिला आयोग की इमारत के बाहर हंगामा कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया। इटालिया को बाद में पुलिस ने रिहा कर दिया।
आप नेता के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इटालिया को हिरासत में लिए जाने से पूरे गुजरात में पटेल समुदाय में भारी गुस्सा है। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने ट्विटर पर यह भी पूछा कि "पूरी भाजपा" इटालिया के पीछे क्यों है।
केजरीवाल के डिप्टी मनीष सिसोदिया ने इटालिया की नजरबंदी को "भाजपा की राजनीति" करार दिया और आरोप लगाया कि उन्हें "हिरासत में लिया गया क्योंकि वह एक ऐसी पार्टी से थे जो स्कूलों को बदलना जानती थी"।
आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने इटालिया को पीएम मोदी के खिलाफ "अपमानजनक और अभद्र भाषा" का इस्तेमाल करने के लिए तलब किया था और कहा था कि उनकी टिप्पणी "लिंग पक्षपातपूर्ण, स्त्री विरोधी और निंदनीय" थी। सुनवाई के बाद संवाददाताओं से कहा कि इटालिया ने अपने मौखिक बयान में दावा किया था कि वीडियो में वह व्यक्ति नहीं है। हालांकि, अपने लिखित जवाब में उन्होंने कहा कि उनका यह मतलब नहीं था।
इटालिया का पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच आदमी' कहते दिखाई दे रहे थे। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इसी वीडियो पर संज्ञान लेते हुए गोपाल इटालिया को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था।