दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बड़े खुलासे का दावा करने वाले कपिल मिश्रा ने हाल में स्वास्थ्य विभाग में तीन बड़े घोटाले का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि जो दवाएं अस्पतालों में भेजनी चाहिए थी वे गोदामों में सड़ रही हैं। तरुण सीम को सौ करोड़ रुपये की छूट दी गई। कपिल ने केजरीवाल, तरुण सीम और सत्येंद्र जैन पर आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य विभाग में नियम काननों को ताक पर रखकर तीस एमएस की नियुक्ति सत्येंद्र जैन ने की और जूनियरों को एमएस का पद दे दिया गया। इन मामलों में एलजी से सीधे हस्तक्षेप की मांग की गई थी।
पूर्व मंत्री ने कहा, दो दिन पहले केजरीवाल अचानक टि्वीट करते हैं कि वे अस्पतालों का दौरा करेंगे, फिर एक अस्पताल पहुंच जाते हैं और घोषणा करते हैं कि दिल्ली के अस्पतालों में आधी दवाईयां नहीं है। उनके साथ स्वास्थ्य सचिव व स्वास्थ्य मंत्री होने के बावजूद वह मुख्य सचिव को निर्देश देते हैं कि दवाइयों खरीदों, आखिर दवा क्यों खत्म हो गई हैं। केजरीवाल की हकीकत का अब खुलासा हो गया है और जांच के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा। उधर, आप ने इन सिरे से खारिज करते हुए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया था।