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अमित शाह के दखल के बाद असम-मिजोरम के CM ने कहा- आपसी बातचीत से सुलझाएंगे सीमा विवाद, केंद्र की है ये योजना

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद का जल्द ही केंद्र ठोस हल निकालने जा रही है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए...
अमित शाह के दखल के बाद असम-मिजोरम के CM ने कहा- आपसी बातचीत से सुलझाएंगे सीमा विवाद, केंद्र की है ये योजना

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद का जल्द ही केंद्र ठोस हल निकालने जा रही है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए केंद्र सरकार ने सैटेलाइट इमेज का सहारा लेकर सीमा निर्धारण की योजना बनाई है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है। इसके मुताबिक दोनों राज्यों के बीच सीमा निर्धारण का काम उत्तर पूर्वी स्पेस अप्लीकेशन सेंटर (एनईएसएसी) को दिया गया है। यह संस्थान डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस और नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल के संयुक्त तत्वाधान में काम करता है। केंद्र सरकार ने भी सीमा विवाद को लेकर अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। दोनों राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री उसके लगातार संपर्क में हैं। गृहमंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के तेवर भी नरम पड़े हैं और दोनों अब बातचीत के जरिए समाधान निकालने में जुट गए हैं।

दैनिक हिंदुस्तान के मुताबिक, केंद्र सरकार का मानना है कि जब एक बार वैज्ञानिक तरीके से सीमा निर्धारण हो जाएगा तो यह झगड़ा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। सैटेलाइट इमेजिंग के जरिए दोनों राज्यों के बीच सीमा निर्धारण के आइडिया को सहमित कुछ महीने पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दी थी। अमित शाह ने ही इस कार्य को एनईएसएसी से कराने का आइडिया दिया था। इसके बाद ही दोनों राज्यों की सीमा और जंगली इलाके की इस वैज्ञानिक तरीके से सीमा नापने का प्लान बना है। सरकारी तंत्र के मुताबिक एनईएसएसी से सीमा निर्धारण कराने के पीछे यही मकसद है।

मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ टेलीफोन पर चर्चा के बाद कहा कि असम के साथ सीमा विवाद को बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने मिजोरम के लोगों से अपील की है कि स्थिति को किसी भी तरह बिगड़ने न दें। मिजोरम के मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री और असम के मुख्यमंत्री के साथ टेलीफोन पर हुई चर्चा के अनुसार, हम मिजोरम-असम सीमा मुद्दे को सार्थक बातचीत के जरिए सुलझाने पर सहमत हुए है।"

वहीं, असम के मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘हमारा मुख्य उद्देश्य पूर्वोत्तर की भावना को जीवित रखने का है। असम-मिजोरम सीमा पर जो कुछ हुआ, वह दोनों राज्यों के लोगों को अस्वीकार्य है। सीमा विवाद का समाधान केवल चर्चा से हो सकता है।’

बता दें कि 26 जुलाई को मिजोरम-असम अंतर-राज्यीय सीमा पर संघर्ष में असम के छह पुलिस कर्मियों सहित सात लोगों के मारे जाने और कई लोगों के घायल होने के बाद असम और मिजोरम के बीच तनातनी बरकरार है। आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई करने वाले ट्रकों सहित अन्य वाहनों के आवागमन पर वहां प्रतिबंध छठे दिन भी जारी है।

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