अमृतसर के छेहरथा इलाके में रविवार को हमलावरों के एक समूह ने शिरोमणि अकाली दल के एक पार्षद की गोली मारकर हत्या कर दी। हरजिंदर सिंह जंडियाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर 2 के पार्षद थे।
एडीसीपी हरपाल सिंह रंधावा ने कहा कि तीन से चार लोगों ने बाइक पर सवार पार्षद को रोकने की कोशिश की और फिर उन पर तीन से चार गोलियां चलाईं। अधिकारी ने बताया कि सिंह को निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने तीन लोगों की पहचान कर ली है जो पार्षद की हत्या में कथित रूप से शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान गोपी, अमित और करण कीरा के रूप में हुई है और वे सभी जंडियाला गुरु के निवासी हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि अपराध में प्रयुक्त वाहन की भी पहचान कर ली गई है।
इस बीच, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने घटना की कड़ी निंदा की और पंजाब में कानून-व्यवस्था के "ध्वस्त" होने के लिए आप सरकार की आलोचना की। बादल ने आरोप लगाया, ‘‘अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु से शिअद पार्षद हरजिंदर सिंह की मौत ने पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह उजागर कर दिया है।’’
शिअद प्रमुख ने दावा किया कि कुछ दिन पहले सिंह के घर पर गोलियां चलाई गईं लेकिन शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। बादल ने कथित पुलिस निष्क्रियता को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब पुलिस प्रमुख पर भी सवाल उठाए।
शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने दावा किया कि पार्षद को धमकी भरे फोन आ रहे थे, जिसके बारे में उन्होंने पुलिस को सूचित किया था, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की "दयनीय" स्थिति के लिए आप सरकार पर भी निशाना साधा।
घटना की निंदा करते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अकाली दल के पार्षद हरजिंदर सिंह बहमन की दिनदहाड़े निर्मम हत्या अत्यंत निंदनीय है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदना और संवेदना।" वारिंग ने आरोप लगाया, "यह एक बार फिर पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को दर्शाता है। अपराधियों को या तो कानून का कोई डर नहीं है या फिर उन्हें सत्ताधारियों का संरक्षण प्राप्त है। @AAPPunjab पंजाब को पूर्ण अराजकता और अराजकता की ओर धकेल रहा है।"