कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में उम्मीदवार शशि थरूर ने अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे से बहस की पैरवी करने के बाद सोमवार को कहा कि वह खड़गे की इस बात से सहमत हैं कि दोनों को एक-दूसरे से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लड़ना है।
लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा, "17 अक्टूबर को मतदान करने वाले हमारे साथियों को सिर्फ यह तय करना है कि इसे (भाजपा के खिलाफ लड़ाई) कैसे सर्वाधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।"
थरूर ने रविवार को कहा था कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की पार्टी में उसी तरह से दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।
उनकी इस टिप्पणी पर खड़गे ने कहा था कि उन्हें और थरूर को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ मिलकर लड़ना है। खड़गे का यह भी कहना था कि उन्हें और थरूर को महंगाई तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों के साथ ही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा के खिलाफ मिलकर काम करना है।