इस बैठक में जो सर्वसम्मति से बात निकल कर आई है कि किसी भी नागरिक की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। सभी नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। सभी सदस्यों ने समवेत स्वर में कहा कि हिंसा का रास्ता कहीं नहीं पहुंचता, सभी को चर्चा के साथ समाधान करने आगे आना होगा।
बैठक खत्म होने के बाद पीएमओ के एमओएस जितेन्द्र सिंह ने एक प्रेस वार्ता में कहा, राष्ट्र की सुरक्षा से समझौता नहीं होगा। राज्य सरकार से अपील की जाती है कि वह सुनिश्चित करे कि सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल कॉलेज और अन्य संस्थान खुलें और सुचारू रूप से चल सकें। साथ ही उन सभी लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए जो हिंसक आंदोलन में घायल हुए हैं।